कमलनाथ की टिप्पणी पर महिला आयोग ने जवाब मांगा,कार्रवाई के लिए निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा

Chief Editor
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नयी दिल्ली/भोपाल/इंदौर. राष्ट्रीय महिला आयोग ने मध्य प्रदेश सरकार की मंत्री इमरती देवी के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की ओर से कथित तौर पर ‘आइटम‘ वाली टिप्प्णी किए जाने के मामले में सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर जरूरी कार्रवाई की मांग की. आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इस मामले में कमलनाथ से जवाब मांगा गया है.बयान में कहा गया है, ‘‘खबरों के माध्यम से पता चला है कि कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के डबरा में एक सभा के दौरान एक महिला मत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की. आयोग एक नेता की ओर से दिए गए इस गैरजिम्मेदाराना और अपमाजनक बयान की कड़ी ंिनदा करता है.’’ महिला आयोग के मुताबिक, इस मामले में जरूरी कार्रवाई के लिए निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा गया है.

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इससे पहले, महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा था कि आयोग कमलनाथ को नोटिस भेज रहा है और चुनाव आयोग को भी पत्र लिख रहा है. गौरतलब है कि इमरती देवी के खिलाफ डबरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के लिए चुनाव प्रचार करते हुए कमलनाथ ने रविवार को कहा था, ‘‘डबरा से सुरेश राजे जी हमारे उम्मीदवार हैं. सरल स्वभाव के, सीधे-सादे हैं. ये तो उसके जैसे नहीं हैं. क्या है उसका नाम?’’ इसी बीच वहां मौजूद जनता जोर-जोर से ‘इमरती देवी’, ‘इमरती देवी’ कहने लगी.इसके बाद कमलनाथ ने हंसते हुए कहा, ‘‘मैं क्या उसका (डबरा की भाजपा प्रत्याशी का) नाम लूं. आप तो उसको मेरे से ज्यादा पहचानते हैं. आपको तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था. ये क्या आइटम है?’’

कमलनाथ की विवादित टिप्पणी पर फूट-फूट कर रोईं मध्य प्रदेश की मंत्री इमरती देवी
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा कथित तौर पर ‘आइटम’ कहे जाने पर मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी सोमवार को फूट-फूट कर रोईं. उनके रोने का वीडियो स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर दिखाई देने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है.

प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि टेलीविजन चैनलों और सोशल मीडिया पर दलित समुदाय की भाजपा नेता इमरती देवी के फफक-फफक कर रोने का जो वीडियो चल रहा है, वह एक निजी समाचार चैनल पर सोमवार के एक कार्यक्रम का है. कमलनाथ द्वारा उन्हें ‘आइटम’ कहे जाने संबंधी सवाल पर वह डबरा में रो पड़ीं.

इससे पहले, रविवार रात इमरती ने डबरा में मीडिया से कहा, ‘‘उनका बोलना स्वाभाविक है. इसलिए स्वाभाविक है कि वह (कमलनाथ) बंगाल का आदमी है. उसको बोलने की सभ्यता नहीं है. उस व्यक्ति को क्या कहा जाए. एक हरिजन महिला की इज्जत करना वह क्या जानता है?’’यह पूछे जाने पर कि क्या कमलनाथ की टिप्पणी के बाद कांग्रेस मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव के बाद फिर से अपनी सरकार बना सकती है, इमरती ने कहा, ‘‘वह (कमलनाथ) एक विधायक नहीं जिता सकते. वह चंबल क्षेत्र में आकर इस तरह से बोल रहे हैं. मध्य प्रदेश में चंबल संभाग की हरिजन महिला से ऐसे बोल रहे हैं कि वो एक ‘आइटम’ है. ‘आइटम’ क्या होता है? वो तो ये ही जवाब दे दें कि आइटम होता क्या है…?’’

उन्होंने कहा,‘‘ऐसे लोगों को मध्य प्रदेश में रहने को कोई हक नहीं है. वह बंगाल से आया है. मध्य प्रदेश में मां-बेटियों को लक्ष्मी के रूप में माना जाता है और आज वह मध्य प्रदेश की सारी लक्ष्मियों को गाली दे रहा है. मैं चाहती हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कमलनाथ को अपनी पार्टी से हटाएं.’’ इमरती ने कहा, ‘‘मैं तो कमलनाथ को भाई के रूप में समझती थी, लेकिन वह तो राक्षस है.’’

विवादित टिप्पणी को लेकर कमलनाथ पर “एक्शन” सोनिया गांधी के “विवेक” पर निर्भर : सिंधिया
दलित समुदाय की भाजपा नेता इमरती देवी के बारे में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की कथित अभद्र टिप्पणी की आलोचना जारी रखते हुए राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य ंिसधिया ने सोमवार को इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाए.

सिंधिया ने कमलनाथ की विवादित टिप्पणी के खिलाफ यहां भाजपा के मौन धरने में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी स्वयं एक महिला हैं और यह पार्टी महिलाओं की रक्षा की बात करती है. लेकिन खुद को इस पार्टी का बड़ा नेता समझने वाले कमलनाथ ग्रामीण परिवेश के गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली उन दलित नेता इमरती देवी को लेकर अभद्र टिप्पणी करते हैं जो उनके पूर्व मंत्रिमंडल की सदस्य भी रही हैं.”

उन्होंने कहा, “अब हमें यह उनके (सोनिया गांधी) विवेक पर छोड़ना होगा कि वह इस मामले में (कमलनाथ को लेकर) क्या एक्शन (कदम) लेती हैं?” कांग्रेस छोड़कर सात महीने पहले भाजपा में शामिल होने वाले ंिसधिया ने जोर देकर कहा, “अगर इस मामले में कोई भी एक्शन नहीं लिया गया, तो स्पष्ट हो जाएगा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है तथा इस पार्टी का ढोंग पूरे देश की जनता के सामने आ जाएगा.”

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