बिलासपुर—-पर्यटन मण्डल चैयरमैन अटल श्रीवास्तव ने एक बार फिर रेलवे की तानाशाही पर निशाना साधा है। 17 ट्रेन के परिचालन रद्ध किए जाने पर नाराजगी जाहिर किया है। अटल श्रीवास्तव ने कहा कि रेलवे जोन अधिकारियों की तानाशाही बर्दास्त नही किया जाएगा। अधिकारियों को जनता को इस्तीफा देना होगा।
17 गाड़ियों के परिचालन रद्द किए जाने पर पर्यटन मण्डल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने नाराजगी जाहिर किया है। अटल श्रीवास्तव ने बताया कि पहले 23 और अब 17 ट्रेनों को रद्ध किया जाना बर्दास्त के काबिल नहीं है। रेलवे की तानाशाही ने जनता का जीना मुश्किल कर दिया है। अटल ने केन्द्र की मोदी सरकार और बिलासपुर रेलवे जोन के अधिकारियों पर जनता के साथ अत्याचार करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता ने बताया कि एक साथ 40 – 40 ट्रेनों के रद्ध करने का फैसला से जाहिर हो गया कि पूरे देश में कोयला संकट है। जनता की गाड़ियों को बंद कर कोयला ढोने का काम मित्र आडानी और अंबानी के लिए किया जा रहा है। बिजली संकट के लिए पूरी तरह से केन्द्र सरकार जवाबदार है। और भुगतान छत्तीसगढ़ की जनता भुगत रही है
अटल श्रीवास्तव और प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अभय ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्रेन बंद करने को लेकर पत्र लिखकर आपत्ति को जाहिर किया। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भी रायपुर में कांग्रेसजनों के साथ मिलकर डी.आर.एम.कार्यालय का घेराव किया। इसी तरह बिलासपुर में भी दबाव बनाया गया। इसके बाद 7 गाड़ियों को प्रारम्भ किया गया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कांग्रेस गाड़ियों का पहिया रोके जाने को लेकर पूरजोर विरोध करते हुए बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सांसदों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। कांग्रेस नेताओं ने अरूण साव बिलासपुर सांसद समेत सभी सांसदों से कहा कि भाजपा नेता बन्द ट्रेनों को चालू कराने की हिम्मत दिखाएं। या फिर जनता को अपना इस्तीफा सौंपे।