Atiq Ashraf Murder: अतीक-अशरफ मर्डर के 10 घंटे के 10 बड़े अपडेट

Shri Mi
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Atiq-Ashraf Murder/ उमेश पाल मर्डर केस अतीक अहमद और अशरफ की प्रयागराज में शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस दोनों को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल के लिए लेकर जा रही थी. इसी दौरान तीन हमलावरों ने काफी नजदीक से उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिसमें दोनों की मौत हो गई. इसके बाद सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ मीटिंग की और पूरी यूपी में धारा-144 लागू कर दी गई. घटना के बाद अबतक क्या-क्या हुआ, 10 प्वाइंट में समझते हैं.  

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Atiq-Ashraf Murder/ 1- हमलावरों ने इस वारदात को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया. फायरिंग की ये घटना कैमरे में भी कैद हो गई. इस घटना के तुरंत बाद अपराधियों ने सरेंडर कर दिया और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. अतीक और अशरफ की हत्या करने वालों ने पूछताछ में बताया कि बड़ा माफिया बनना चाहते हैं, इसलिए वारदात को अंजाम दिया. हमलावरों ने गले में प्रेस का कार्ड भी डाला हुआ था. मौके पर पहुंची एफएसएल टीम के सूत्रों के मुताबिक, मौका-ए-वारदात से जो कैमरा मिला है, वो डमी कैमरा है. इसके अलावा माइक पर प्राइवेट चैनल का लोगो भी था.

2- इस वारदात को अंजाम देने वाले तीनों अपराधी प्रयागराज के बाहर के रहने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक, अब तक की पूछताछ में पता चला है कि अतीक-अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है. वहीं तीसरा आरोपी सनी कासगंज जिले का है. जांच में एक बात क्लियर हो रही है की तीनों अतीक और अशरफ की हत्या के मकसद से ही प्रयागराज आए थे.

3- इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात डीजी, एडीजी और प्रमुख सचिव के साथ मीटिंग की. इस दौरान सीएम ने अराकता फैलाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का निर्देश दिया. सीएम ने अधिकारियों को फील्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि प्रदेश में शांति-व्यवस्था बनी रहनी चाहिए. आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी ना आए इसका ध्यान रखें. सीएम योगी ने कहा कि कानून के साथ कोई भी खिलवाड़ न करें. सीएम योगी ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें.अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस घटना की न्यायिक जांच कराने के भी निर्देश दिया गए हैं.

4- प्रयागराज की घटना के बाद यूपी में हाई अलर्ट कर दिया गया है. सभी जिलों के पुलिस अफसरों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. DGP आरके विश्वकर्मा ने सभी जोन के एडीजी, आईजी को अपने संवेदनशील जिलों में लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया. संवेदनशील इलाकों में गश्त की जाए और अनावश्यक भीड़ इकट्ठी ना होने दी जाए. संवेदनशील जिलों में एडीजी और आईजी खुद गश्त करेंगे. इसके साथ ही पीस कमेटियों के साथ बैठक कर किसी भी तरह से कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ने दें. 

5- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज 5, कालीदास मार्ग पर ही मौजूद रहेंगे. सीएम ने आज सभी मीटिंग टाल दी हैं और कार्यक्रमों में बदलाव कर दिए हैं. इसके अलावा मुख्यमंत्री आवास पर किसी की भी आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. सीएम योगी आज अतीक-अशरफ हत्याकांड पर रिपोर्ट लेंगे.

6- अतीक अहमद और अशरफ को मारने के लिए हमलावर जिस बाइक से आए थे, उसका नंबर UP 70M7337 है. वो बाइक सरदार अब्दुल मन्नान खान के नाम से रजिस्टर बताई जा रही है. यह नंबर हीरो होंडा की पुरानी गाड़ी CD 100ss बाइक पर दर्ज है, जिसे 3 जुलाई 1998 को कैश में खरीदा गया था. बाइक कहां से लाई गई, किसकी है. इसकी जांच जारी है. 

7- पुलिस हिरासत में अतीक और अशरफ हत्याकांड में राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल की तरफ से भी बयान आया है. बयान में कहा गया है कि जब दर्जनों कैमरे और पत्रकारों के सामने अपराधी बेखौफ हो एक पूर्व सांसद/एमएलए को आधा दर्जन गोलियां मारकर नारेबाजी करते हैं तो क्या ये लॉ एण्ड ऑर्डर को चुनौती नहीं है. जब न्याय व्यवस्था के खिलाफ एनकाउंटर कल्चर की वाहवाही होगी तो ऐसे अपराधियों को ही बढ़ावा मिलेगा. 

8-  बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी अतीक और अशरफ की हत्या पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस हिरासत में दोनों की हत्या, उमेश पाल मर्डर की तरह की यूपी सरकार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है. ऐसी घटना पर सुप्रीम कोर्ट की स्वयं संज्ञान लेकर कार्रवाई करे तो बेहतर है. यूपी में कानून द्वारा कानून के राज के बजाय अब इसका एनकाउंटर प्रदेश बन जाना कितना उचित, ये सोचने की बात है. 

9- पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना पर कहा कि जब पुलिस के सुरक्षा घेरे में सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या. इससे जनता के बीच डर का माहौल बन रहा है. ऐसा लगता है कि कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं. 

10- इस घटना को लेकर AIMIM चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी सरकार पर निशाना साधा. ओवैसी ने कहा कि मैं शुरू से कह रहा हूं कि यूपी में सरकार बंदूक के राज से चल रही है, कानून के राज से नहीं. आज देश में न केवल मुस्लिम बल्कि हर भारतीय कमजोर और असुरक्षित महसूस कर रहा है. जिस तरह से उन्होंने हथियार का इस्तेमाल किया, उनके हाथ स्थिर थे. उनकी निगाहें अतीक पर थीं, इससे पता चलता है कि वे प्रोफेशनल मर्डरर हैं और यह एक कोल्ड ब्लडेड मर्डर था. इस घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की जाए. ओवैसी ने कहा कि शीर्ष अदालत को इस घटना को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए. इस घटना की पूरी जिम्मेदारी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की है, अगर उनमें नैतिकता है तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए.

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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