गांधी जेपी संस्थाओं पर हमले और दवा के नाम पर जहर देना बन्द करो- रघु ठाकुर

Chief Editor
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भोपाल । लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के संरक्षक रघु ठाकुर ने कहा है कि गांधी-जेपी की संस्थाओं पर हमले बंद होना चाहिए।उन्होने सभी गांधी जनों ,लोहिया ,जेपी के अनुयाईयों समाजवादियों और राजनेतिक बंधुओं से अनुरोध किया है  कि आइए तानाशाही और ऐकाधिकारवाद के खिलाफ मिलकर लड़ें और तानाशाह के बढ़ते कदमों को रोकें।

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एक बयान में उन्होने कहा है कि   बनारस में सर्व सेवा संघ की जमीन को बनारस के आयुक्त श्री शर्मा  ने इन्दिरा गांधी कला केंद्र को आबंटित करने का अनधिकृत आदेश पिछले दिनों जारी किया था। यह आदेश जारी करने का दिव्य ज्ञान व प्रेरणा उन्हें कहां से प्राप्त हुई शोध का विषय है पर आम धारणा तो यही है कि इसका संबंध दिल्ली दरबार से होगा। क्योंकि यह प्रधानमंत्री  का क्षेत्र है और श्री शर्मा आयुक्त उनके विशेष कृपा पात्र हैं। बनारस के मीडिया के कुछ मित्रों ने तो यह भी बताया कि उनके मिलने वाली सूची भी दिल्ली दरबार तय करता हे।
उन्होने आगे कहा है कि बहरहाल सर्व सेवा संघ द्वारा आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेने को मैं बनारस में राजघाट पर था। वहां तय हुआ कि एक प्रतिनिधि मंडल आयुक्त से मिले व उन्हें उनके सर्व सेवा संघ की जमीन को इन्दिरा गांधी कला केंद्र को आबंटित करने वाले आदेश को वापिस लेने हेतु ज्ञापन दे। ज्ञातव्य है कि आयुक्त सर्व सेवा संघ की जमीन और मकानों को ये बताकर छीनना चाहते हैं की ये केंद्र अपना वांछित उद्देश्य के लिए काम नहीं कर पा रहे हैं। कितना विचित्र है कि डाक्टर जिसे मरीज बता कर दवा देना चाहते हैं वह के ह रहा है कि मैं स्वस्थ हूं। मुझे आपके इलाज की जरूरत नहीं है और डाक्टर पुलिस की दम पर बल पूर्वक दवा रूपी जहर देना चाहता है। इस प्रतिनिधि मंडल में मेरा नाम भी शामिल था।
श्री रामधीरज भाई ने जानकारी दी कि आयुक्त ने 5जून दिन 11बजे उनके निवास पर मिलने का समय तय किया है। ठीक समय पर में सर्व श्री चंदन पाल लालबहादुर राय दिवाकर , आनंद कुमार , विकास दुबे ,सुनीलम आयुक्त के डेरे पर पहुंचे। मालूम पड़ा कि आयुक्त  डेरे पर नहीं है। उनके कार्यालय सचिव से मुलाकात की तो उनने बताया कि आयुक्त  के कार्य क्रम में मुलाकात दर्ज नहीं है। उनने आयुक्त से हमारे सामने ही बात की तथा पूछा कि क्या ज्ञापन ले लें। तो आयुक्त ने उन्हें इनकार करते हुए कहा कि ज्ञापन डी ऐम को दे दें।क्या आयुक्त को इतना भी ज्ञान नहीं है कि उनके आदेश के बारे में डी ऐम कुछ नहीं कर सकता। या फिर वे चर्चा नहीं करना चाहते।या तो ये नौकर शाही का घमंड है या दिल्ली दरबार का इशारा।जो भी हो हमें दोनों स्वीकार नहीं हैं। अत हम आयुक्त के दरवाजे पर ज्ञापन चिपका कर व नारे लगा कर वापिस आ गए।
देश की उच्च नौकर शाही में ऐसा घमंड व अलोकतांत्रिक रवैया पनप रहा है जो अलोकतांत्रिक असंवेधानिक व असभ्य भी है।जबकि आयुक्त के घर पर तैनात पुलिस कर्मी आश्चर्य जनक रूप से सभ्य व भले लोग थे। उनका व्यवहार शालीन था। आयुक्त को अपने मातहतकर्मियों से कुछ और नहीं तो कम से कम सभ्यता व शिष्टाचार तो सीखना ही चाहिए।
आयुक्त का घमंड इससे समझा जा सकता है कि उनके दफ्तर में मिलने वालों को बैठने के लिए कुर्सियां तक नहीं है ।बेचारे पुलिस वाले अपनी कुरसी देते हैं।ये आयुक्त दिल्ली दरबार को कितने प्रिय है यह इससे समझा सकते हैं कि देश में ये आम प्रशासनिक परंपरा है कि पदोन्नति के बाद अधिकारी को अन्यत्र पदस्थ किया जाता है पर वे बनारस में ही कलेक्टर थे और उनको पदो न्नत कर वहीं रखा गया।
रघु ठाकुर ने बताया कि गांधी जनों व समाजवादियों ने संकल्प लिया है कि हम आखिरी तक लड़ेंगे और दिल्ली दरबार को बापू की धरोहर को नष्ट नहीं करने देंगे।सम्मेलन ने निर्णय किया है कि 17जून को दिल्ली में देश के प्रमुख गांधी जनों का सम्मेलन आयोजित होगा। पटना जेपी के निवास से बलिया के सिताबदियारा से व लखनऊ से यात्राएं चलकर पहुचेंगी।
9 व 10अगस्त को काशी में राजघाट पर विशाल सम्मेलन आयोजित किया जायेगा।
उन्होने कहा कि   गांधी संस्थाओं की संपत्ति को बचाना हमारा राष्ट्रीय दायित्व है। हर जगह से इसका प्रतिरोध होना चाहिए।उन्होने सभी गांधी जनों लोहिया जेपी के अनुयाईयों समाजवादियों और राजनेतिक बंधुओं से अनुरोध किया है कि आइए तानाशाही और ऐकाधिकारवाद के खिलाफ मिलकर लड़ें और तानाशाह के बढ़ते कदमों को रोकें।

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