chhattisgarh के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ प्रवास को लेकर एक बड़ा तंज सका है और कहा है कि आदिपुरुष पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा किए बगैर गृहमंत्री के लौट जाने पर राम के ननिहाल के लोगों को निराशा हुई है।
केंद्रीय मंत्री शाह का गुरुवार को छत्तीसगढ़ का प्रवास था, उन्होंने यहां दुर्ग में एक जनसभा को संबोधित किया। इस सभा के बाद बघेल ने ट्वीट किया, “हम सबको यह खेद रहेगा कि केंद्रीय गृहमंत्री प्रभु श्रीराम के ननिहाल आए और ‘आदिपुरुष’ पर बैन की घोषणा किए बिना चले गए। कुछ चीजें राजनीति से ऊपर होती हैं, हम सब छत्तीसगढ़वासियों की यह मांग राजनीतिक नहीं है। यह हमारे आराध्य की छवि पर हुए प्रहार का सवाल है, जिससे हम सभी राम भक्तों को आघात पहुंचा है।”
इससे पहले बघेल ने मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के अमरकंटक में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जहां तक 370 धारा को हटाए जाने की बात है, भाजपा के घोषणापत्र में था और इसके लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे थे, लेकिन वहां राज्य को विघटित कर दिया गया, वहां न लोगों को विश्वास में लिया, न तो वहां की जनता को विश्वास में लिया और न ही राजनीतिक दलों को विश्वास में लिया। यह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों के साथ धोखा है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए भूपेश बघेल ने कहा, “जहां तक राम मंदिर की बात है, राम मंदिर का निर्माण सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से हुआ है, इनके कहने से नहीं हुआ है। इनका अब तक जो दिखाई देता है वह यह है कि न तो इन्हें राम से मतलब है और न ही हनुमान से, इनको केवल अपने व्यवसाय और वोट से मतलब है।
इनकी श्रीराम में कोई आस्था नहीं है, अगर आस्था इनकी होती तो जिस प्रकार से ‘आदिपुरुष’ फिल्म आई है और इसमें सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को धन्यवाद दिया गया है, इसलिए अभी तक उनके किसी भी मुख्यमंत्री का बयान नहीं आया है।
इसका मतलब यह है कि यह फिल्म भाजपा द्वारा प्रोजेक्ट की गई है और हमारे हनुमान जी, राम जी को लोगों की मन में जो तस्वीर और छवि है, उसे बिगाड़ने की कोशिश है।”