Congress ने जारी की घोटालों की सूची तो भाजपा ने किया पलटवार

Shri Mi
3 Min Read

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कांग्रेस की पत्र वार्ता पर पलटवार करते हुए कहा कि दूसरे पर बेवजह कीचड़ उछालने से खुद का कीचड़ साफ नहीं हो जाता। कांग्रेस को यह समझ में नहीं आ रहा है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

साढ़े 4 साल में घोटालों का कीर्तिमान रचने वाले जब अपने दामन के दाग नहीं धो पा रहे हैं तो रोज नया आंकड़ा बताते हैं। केंद्र में भी 10 साल सरकार रही तब भी मौन रहे घोटाला हुआ होता तो जांच करवा देते ,रोज नया घोटाला बताते हैं।

वह यह बताएं कि राज्य में साढ़े 4 साल से सरकार में बैठे हैं। एक भी कथित घोटाले पर जांच क्यों नहीं की। दोषियों को सजा क्यों नहीं दी। क्योंकि ऐसे कोई घोटाले हुए ही नहीं।

प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार पहले ही दिन से सिंडिकेट बनाकर नित्यप्रति घोटाले कर रही है।

भूपेश बघेल घोटालों के बादशाह हैं।ऐसे में चुनाव के 4 माह पहले कांग्रेस जब भ्रष्टाचार के आरोपों से न केवल चौतरफा घिरी है बल्कि भ्रष्टाचार के पैरोकार के रूप में जानी पहचानी जा रही है जितने लोग, जिनके घर से किलो -किलो सोना मिला, अचल संपत्तियां या मिलीं, 50 -50 लाख की नकदी मिली, जिनको जमानत नहीं मिल रही है, कोल घोटाला,शराब घोटाला, गोठान घोटाला,यूनीपोल घोटाला,राशन घोटाला और ऐसे अनेक घोटालबाजो की कांग्रेस वकील है,मतलब लूट में हिस्सा है? मुख्यमंत्री स्वयं भी उनके वकील हैं।

जब वे अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब नहीं दे पा रहे तो रोज कीचड़ उछालने में लगे हैं। बेवजह के आरोप लगाने से कुछ नहीं होगा। जिसने जनता का पैसा खाया है, जनता उसे नहीं छोड़ेगी।

मोदी जी ने जो 2 लाख करोड़ रुपए 4 साल में दिया, जनता भूपेश बघेल से उसका जवाब मांग रही है कि जब जनता को इस बड़ी रकम का कोई फायदा नहीं मिला तो यह रकम कहां फूंक दी।

मनमोहन सिंह से ज्यादा राशि मोदी जी ने दी है,वह कहां है। मनमोहन सिंह की सरकार ने 10 साल में पचासी हजार करोड़ रुपए दिए। मोदी जी ने 4 वर्षों में 2 लाख करोड़ से ज्यादा की राशि छत्तीसगढ़ को दी।

भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी कांग्रेस व्यर्थ ही हाथ पैर चला रही हैं। इसके सारे भ्रष्टाचारी बेनकाब हो रहे हैं। कुछ सही जगह पहुंच गए और बाकी भी वहीं जाने वाले हैं।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close