Manish Sisodia Arrested: सीबीआई ने रविवार (26 फरवरी) को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को शराब नीति मामले में लगभग आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया. आरोप है कि सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. 2015 में आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद से अब तक आप के कई नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है.
सिसोदिया से पहले आप के मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) को ईडी ने पिछले साल मई में कथित हवाला लेन-देन से जुड़े धन शोधन के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया था. उनसे आबकारी नीति ‘घोटाला’ मामले में भी पूछताछ की गई थी. इस बीच, दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में अवैध भर्तियों और वित्तीय गबन से जुड़े एक मामले में आप विधायक अमानतुल्ला खान फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. पिछले साल नवंबर में दिल्ली की एक कोर्ट ने कहा था कि ओखला सांसद के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सभी सबूत हैं.
पंजाब में भी विधायक की गिरफ्तारी
गिरफ्तार या जेल में बंद आप नेताओं की लिस्ट में पंजाब के विधायक भी शामिल हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में राज्य सतर्कता ब्यूरो ने सत्तारूढ़ पार्टी के बठिंडा ग्रामीण विधायक अमित रतन कोटफट्टा को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया था. पिछले साल पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला की गिरफ्तारी के बाद भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़े जाने वाले वह पार्टी के दूसरे नेता हैं.
शराब घोटाला मामले में कितनी गिरफ्तारी
- दिल्ली में आबकारी नीति के कथित घोटाला मामले में पहली गिरफ्तारी 27 सितंबर 2022 को की गई थी. इसमें आम आदमी पार्टी से जुड़े रहे इवेंट्स कंपनी ‘ओनली मच लाउडर’ के पूर्व सीईओ विजय नायर केंद्रीय जांच ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था.
- दूसरी गिरफ्तारी अगले ही दिन 28 सितंबर 2022 को हुई. शराब कारोबारी और इंडोस्पिरिट्स (Indospirits) के मालिक समीर महेंद्रू एक को गिरफ्तार किया गया.
- कुछ दिन बाद 9 अक्टूबर 2022 को मामले में तीसरी गिरफ्तारी हैदराबाद के व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली की हुई. सीबीआई का दावा था कि आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहा था और महत्वपूर्ण सवालों से बच रहा था. इसी कारण उसे गिरफ्तार किया गया.
- अब इस मामले में 26 फरवरी को मनीष सिसोदिया को करीब आठ घंटे चली पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. उनपर जांच में सहयोग न करने का आरोप लगा है.
गिरफ्तारी के बाद एक्शन में पुलिस
सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने अपने सभी जिलों में खास नजर रखने को कहा है. पुलिस की ओर से वॉर्ड और विधानसभा लेवल पर होने वाले प्रदर्शन पर भी निगाह रखने को भी कहा गया है. लॉ एंड ऑर्डर की समस्या न खड़ी हो उसको लेकर सख्त हिदायत दी गई. सीबीआई मुख्यालय के बाहर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) तैनात कर दी गई