CG Congress- Ex CM की मौजूदगी में मंच से पार्टी के खिलाफ भाषण देने वाले सुरेंद्र दास वैष्‍णव को नोटिस जारी

Shri Mi

CG Congress: रायपुर। राजनांदगांव में पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में मंच से पार्टी के खिलाफ भाषण देने वाले सुरेंद्र दास वैष्‍णव (सुरेंद्र दाऊ) को जिला कांग्रेस कमेटी ने नोटिस जारी कर दिया है। पार्टी ने उनकी हरकत को अनुशासन और आला कमान के निर्देशों का उल्‍लंघन माना है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

CG Congress-जिला कमेटी ने सुरेंद्र दाऊ से पूरे मामले में 3 दिन के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया है। साथ ही समय पर जवाब नहीं मिलने पर एकपक्षीय कार्यवाही की चेतावनी भी दी है।मामला 18 मार्च का है। राजनांदगांव लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्‍याशी और पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में राजनांदगांव ग्रामीण क्षेत्र के कोठरिया बाड़ी में कर्यकर्ता सम्‍मेलन का आयोजन किया गया था। इस दौरान सुरेंद्र ने मंच से ही पूर्व सीएम और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला।

पूछा कि पंच, सरपंच की दरी उठाने की ही जिम्मेदारी है क्या? अगर भिलाई-दुर्ग में पंचायत के चुनाव होंगे तो हम वहां भी काम करने के लिए तैयार हैं। 5 साल बहुत से हमारे नेताओं ने कहा कि कार्यकर्ताओं को लेकर चिंतन-मनन किया। क्या इसमें हम कार्यकर्ताओं को बुलाया गया।

इन लोगों ने बंद कमरे में बैठकर चिंतन-मनन किया। हम इस बात को डंके की चोट पर कहते हैं कि किसानों को भाजपा की सरकार 3100 रुपए धान के दे पा रही है, वो भूपेश बघेल की देन है।सुरेंद्र दाऊ यहीं नहीं रुके एक कार्यकर्ता यहां उठकर कह दे कि 5 साल में उनका एक भी काम हुआ हो।

हमारे दुख-तकलीफ, बहू-बेटा का ट्रांसफर में कोई साथ नहीं दिया, सिर्फ प्रताड़ित किया गया। आज मंच पर नई फोटो दिख रही है, लेकिन 5 साल पहले दूसरे नेताओं की तस्वीर मंच पर लगी होती थी। उन्‍होंने कहा कि अगर मैं कुछ गलत कर रहा हूं तो पार्टी चाहे तो मुझे निष्कासित कर दे। मैं कार्यक्रम में बाधा नहीं पहुंचाना चाहता हूं, लेकिन 5 साल हमको मिलने का मौका ही नहीं मिला। इसी के चलते हम विधानसभा चुनाव हारे। इसके लिए हम सब कार्यकर्ताओं को चिंतन करने की जरूरत है। बताते चलें कि सुरेंद्र दाऊ पूर्व जिला पंचायत उपाध्‍यक्ष हैं। वे किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्‍यक्ष भी रह चुके हैं।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close