पटना। देश की कई प्रमुख विपक्षी दलों ने 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी का बिगुल फूंक दिया है। विपक्षी एकता के लिए पटना में मुख्यमंत्री बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मेजबानी में कई विपक्षी दलों के बड़े नेता शामिल हुए। इन नेताओं के बीच कई मुद्दों पर सहमति नजर आई है। मीडिया से मुखातिब होते हुए तमाम विपक्षी नेताओं ने एकजुटता का प्रदर्शन किया। जुलाई महीने के पहले पखवाड़े में विपक्षी नेताओं की एक बार फिर बैठक आयोजित किए जाने पर भी सहमति बनी है। यह बैठक हिमाचल प्रदेश के शिमला में हो सकती है।
पटना में देश के प्रमुख विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई गई थी। बैठक की मेजबानी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर कई विपक्षी दलों में एकजुटता के मकसद से बुलाई गई बैठक में देश के कई विपक्षी नेता शामिल हुए। इस बैठक को लेकर एजेंडा पहले से ही तय था कि 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ कैसे एकजुटता बन सकती है। खबर है कि विपक्षी नेताओं की बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि सभी आपसी मतभेद भुलाकर एक साथ आएंगे। एक साझा कार्यक्रम बनाने की बात भी हुई है। हालांकि इस मीटिंग में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर ही प्रमुख रूप से बातचीत हुई है। लेकिन कई नेताओं ने अपने राज्यों के मुद्दे भी उठाए हैं। आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली अध्यादेश के खिलाफ सभी पार्टियों का समर्थन मांगा। इसी तरह जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर से हटाए गए धारा 370 का मुद्दा भी सामने रखा। मीटिंग में कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि विपक्षी नेताओं को अलग-अलग बयान नहीं देना चाहिए। जो बयान बैठक में दिए जा रहे हैं वहीं मीडिया के सामने भी आना चाहिए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीटिंग में कहा कि बंगाल में कांग्रेस जिस तरह टीएमसी के खिलाफ धरना कर रही है वह गलत है। सभी को बड़ा दिल दिखाना चाहिए। उनका इशारा ओर था कि आपस में लड़ने से बीजेपी को ही फायदा मिलता है ।
बैठक के बाद विपक्षी नेता नेताओं ने संयुक्त रूप से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। जिसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जानकारी दी कि बैठक में सभी दलों ने अपने विचार रखे हैं और इस बात पर सहमति बनी है कि साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि 12 जुलाई को एक बार फिर सभी एक साथ जुटेंगे और बड़ी बैठक होगी। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी मीडिया को संबोधित किया ।उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ की। विपक्षी एकता के लिए बुलाई गई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी,शरद पवार, ममता बनर्जी, हेमंत सोरेन, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, लालू यादव, अखिलेश यादव, सीताराम येचुरी, डी राजा, उद्धव ठाकरे सहित कई पार्टी के बड़े नेता शामिल हुए।।