Rajasthan Election: भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आज, शाह और नड्डा ने देर रात तक किया मंथन

Shri Mi
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Rajasthan Election।राजस्थान में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश की बची हुई 76 विधान सभा सीटों पर उम्मीदवारों के चयन के लिए भाजपा मुख्यालय में आज पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। इससे पहले मंगलवार को कई राउंड की मैराथन बैठक में बची हुई 76 सीटों में से एक-एक सीट पर विस्तार से उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की गई।

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मंगलवार दोपहर राजस्थान के चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी ने अपने आवास पर कई घंटे तक मैराथन बैठक कर, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया, राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह समेत राजस्थान भाजपा कोर कमेटी के नेताओं के साथ एक-एक सीट पर चर्चा की।

Rajasthan Election/जिन सीटों पर विवाद है, उन पर भी चर्चा की गई। प्रल्हाद जोशी के आवास पर हुई बैठक में कई सीटों को लेकर नेताओं के बीच गरमागरम बहस भी हुई थी।

सूत्रों के मुताबिक, वसुंधरा राजे और एक जमाने में उनके कैम्प के ही नेता माने जाने वाले राजेंद्र राठौड़ के बीच दो सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवारों को तवज्जो देने को लेकर तीखी बहस भी हुई। जोशी के आवास पर देर शाम बैठक खत्म होने के बाद ये सभी नेता जेपी नड्डा के आवास पर पहुंचे।

जेपी नड्डा और अमित शाह ने वहां राजस्थान भाजपा नेताओं के साथ सीट वाइज चर्चा की। जेपी नड्डा के आवास पर हुई यह मैराथन बैठक सुबह 3 बजे तक चली।

सूत्रों के मुताबिक, नड्डा के आवास पर चली लगभग 7 घंटे की मैराथन बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बन गई है। नड्डा और अमित शाह की बैठक में तय किए गए नामों को अंतिम मंजूरी के लिए आज पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में रखा जाएगा।

आपको बता दें कि, राजस्थान में 200 सीटों पर होने वाले विधान सभा चुनाव के लिए भाजपा अब तक दो लिस्ट जारी कर चुकी है और इन दोनों लिस्टों में कुल मिलाकर अब तक 124 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर चुकी है। पार्टी को अभी 76 विधान सभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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