Rajasthan News: 8 मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यों को नोटिस

Shri Mi
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Rajasthan News। राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेजों से सम्बद्ध चिकित्सालयों में आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स आधारित (क्यूआर कोड) साफ-सफाई व्यवस्था लागू नहीं करने पर प्रदेश के 8 मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। 

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चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने बताया कि चिकित्सा महाविद्यालयों से सम्बद्ध अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण की दृष्टि से क्यूआर कोड आधारित सफाई व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए गए थे।

यह व्यवस्था लागू होने से राजकीय चिकित्सालयों के शौचालयों एवं परिसर की साफ-सफाई में काफी सुधार देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बार-बार निर्देश दिए जाने एवं नियमित निरीक्षणों के बाद भी मेडिकल कॉलेजों से सम्बद्ध कुछ चिकित्सालयों में क्यूआर कोड आधारित सफाई व्यवस्था लागू नहीं की गई है।

विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित प्रधानाचार्यों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिवस में स्पष्टीकरण मांगा है। 

चिकित्सा शिक्षा आयुक्त श्री इकबाल खान ने बताया कि जेएलएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल अजमेर, सरदार पटेल चिकित्सा महाविद्यालय बीकानेर से सम्बद्ध गंगाशहर सैटेलाइट हॉस्पिटल, एसडीएम राजकीय जिला चिकित्सालय, टीबी एण्ड चेस्ट हॉस्पिटल, मनोचिकित्सा केन्द्र, मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल डूंगरपुर, सम्पूर्णानंद चिकित्सा महाविद्यालय जोधपुर से सम्बद्ध सैटेलाइट चिकित्सालय चौपासनी हाउसिंग बोर्ड, जिला अस्पताल प्रतापनगर, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय जयपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल एवं जयपुरिया हॉस्पिटल, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय जयपुर के डेंटल कॉलेज अस्पताल, चिकित्सा महाविद्यालय सीकर से सम्बद्ध राजकीय एसके जिला चिकित्सालय एवं एमसीएच हॉस्पिटल तथा सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज जयपुर से सम्बद्ध पीडीडीयू राजकीय चिकित्सालय गणगौरी बाजार, टीबी अस्पताल, स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट, आईडीएच चिकित्सालय, एसआर गोयल राजकीय चिकित्सालय सेठी कॉलोनी, सैटेलाइट हॉस्पिटल बनीपार्क एवं सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में क्यूआर आधारित सफाई व्यवस्था लागू नहीं होने पर संबंधित मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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