जब पुलिस कप्तान दीपक झा ने कहा..यहां आकर सुकून मिलता है..मजहब की दीवारें गिर जाती हैं.. 12 साल बाद मिला हाजरी लगाने का मौका

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— कामकाज से समय निकालकर बिलासपुर पुलिस कप्तान दीपक झा परिवार के साथ शुक्रवार को लुतरा शरीफ दरगाह पहुंचे। पत्नी के साथ विश्व प्रसिद्ध दरगाह सूफी संत हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह के दरबार में अमन चैन का दुआ मांगा। इसके बाद पुलिस कप्तान खम्हरिया स्थित माता दादी अम्मा बेगम बी के आस्ताने पहुचकर दुआएं मांगी।  दोनों दरगाहो में खादिमो ने पुलिस कप्तान का आत्मीय स्वागत किया।  परम्परागत तरीके से दस्तारबन्दी की गई।
 
               शुक्रवार को जिले के नवपदस्थ पुलिस कप्तान दीपक झा कामकाज से कुछ समय निकालकर परिवार के साथ विश्व प्रसिद्ध सूफी हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली के दरबार में पहुंचे। इस दौरान पुलिस कप्तान ने परिवार के साथ फूलों की चादर चढ़ाई। बिलासपुर जिला में अमन चैन कायम रहने की दुआ मांगी। पुलिस कप्तान दीपक झा ने कहा कि सन 2009 में जब ट्रेनिंग के दौरान सीपत थाना प्रभारी के रूप में उनकी पोस्टिंग हुई..तो  बाबा इंसान अली शाह के दरबार में हाजरी देने का अवसर मिला। 12 साल बाद नई जिम्मेदारियों के साथ हाजरी देने आय़ा हूं।
 
            दीपक झा ने कहा कि बाबा का दर्शन करने  के बाद बड़ा सुकून मिलता है। उन्होंने बताया लुतरा शरीफ और खम्हरिया स्थित मां -बेटे की दरगाह की ख्याति दूर दूर तक है। यह एक ऐसा दरबार है जहां पहुँचकर जाति धर्म और मजहबों मिल्लत की सभी दीवारें खत्म हो जाती है। बाबा का दरगाह कौमी एकता की मिसाल है।
 
              बाबा के दरबार में हाजिरी देने के पहले पुलिस कप्तान ने सीपत थाने का निरीक्षण किया।  थाना प्रभारी को आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर दरगाह के खादिम हाजी शेर मोहम्मद, हाजी साबिर, उस्मान खान, दादी अम्मा के खादिम फिरोज खान,असद खान, जौहर अली, इकबाल खान, मुस्लिम जमात लूतरा शरीफ के सेक्रेटरी रोशन खान, खजांची हाफिज अनवरुल हक, सैयद इंसान अली बब्बू भाई,शेख अब्दुल गफ्फार,हाजी अब्दुल करीम,अब्दुल सत्तार,हाफिज तौफ़ीक़ रज़ा सहित खम्हरिया उपसरपंच उपस्थित थे।
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