बिलासपुर–सांसद लखनलाल साहू ने आज लोकसभा में शून्यकाल के दौरान छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में राष्ट्रीय विमान तल स्थापित कर नियमित विमान सेवा प्रारंभ करने की मांग की है। सांसद साहू ने कहा कि बिलासपुर एतिहासिक पौराणिक नगर के साथ ही पर्यटन केन्द्र भी है। यहां केन्द्रीय और राज्य के कई बड़े प्रतिष्ठान के साथ ही रेलवे जोन और हाईकोर्ट है। ऐसी सूरत में बिलासपुर को नियमित विमान सेवा का हक मिलना चाहिए।जबकि यहां हवाई पट्टी पहले से ही उपलब्ध है।
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान सांसद लखनलाल साहू ने सदन में अपनी बातों को सामने रखते हुए कहा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य में नियमित विमान की एकमात्र सुविधा राष्ट्रीय विमानतल स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर को हासिल है। प्रदेश के दूसरे सबसे प्रमुख शहर और महत्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र होने के नाते बिलासपुर को भी नियमित विमान जोड़ने की जरूरत है। सांसद साहू ने बताया कि राज्य की न्यायधानी के साथ ही बिलासपुर जिला पर्यटन का महत्वपूर्ण केन्द्र भी है।
उन्होने कहा कि राष्ट्रीय विमानतल की स्थापना और यहां नियमित विमानसेवा प्रारंभ करने की मांग लंबे समय से की जा रही है। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी योजनांतर्गत चयनित जिला मुख्यालय बिलासपुर में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का जोनल मुख्यालय, एस.ई.सी.एल. मुख्यालय और सीपत में एन.टी.पी.सी. स्थापित है।
जिले की सीमाएं मध्यप्रदेश से भी जुड़ी हैं। विख्यात धार्मिक और पर्यटन स्थल की अलग पहचान है। धार्मिक नगरी रतनपुर और अमरकंटक इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। मां महामाया मंदिर रतनपुर, मां डिंडेश्वरी मंदिर मल्हार, रुद्र शिव मंदिर ताला, जलेश्वर महादेव अमरकंटक, अचानकमार टाईगर रिजर्व क्षेत्र और जिला मुंगेली में मदकूद्वीप, मनियारी जलाशय पर्यटन और आस्था के प्रमुख केन्द्र हैं।
उन्होंने कहा कि समीपस्थ जिला जांजगीर-चांपा में शबरी धाम शिवरीनारायण, श्री लक्ष्मणेश्वर मंदिर खरौद, कबीरधाम जिले में भोरमदेव, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में संत बाबा गुरु घासीदास का जन्म स्थान गिरौधपुरी धाम तथा अमरकंटक का प्रसिद्ध नर्मदा मंदिर देखने लाखों की संख्या में दूर-दराज से पहुंचते हैं। लिहाजा, नियमित विमान सेवा प्रारंभ किए जाने के पर्याप्त और जायज कारण हैं। मालूम हो कि केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय ने पूर्व में जिला मुख्यालय बिलासपुर, रायगढ़ और कोरबा को नियमित विमान सेवा प्रारंभ करने के लिए पहल की थी।