नरसिंहपुर -प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालय पर 18जुलाई को अध्यापको के संविलियन के लिए दूसरा कैडर बनाये जाने के बजाय एक विभाग एक कैडर में संविलियन और शिक्षक संवर्गों के पदनाम अपग्रेडेशन की मुख्य 2सूत्रीय मांगों पर धरना आंदोलन का आगाज किया जाएगा।प्रदेश सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग के सभी सरकारी स्कूल और दफ्तरों में एम शिक्षा मित्र से हाजिरी अनिवार्य कर दी है। 1 अप्रैल को मुख्यमंत्री ने एम शिक्षा मित्र को शिक्षको के लिए अपमानजनक व्यवस्था बताते हुए पूरी तरह से एम शिक्षा मित्र को लागू न होने देने की घोषणा की थी। अब अधिकारी इस ई अटेंडेंस को पूरी तरह लागू करने की जिद पर अड़े हुए हैं लेकिन इस व्यवस्था को लेकर शिक्षकों में नाराजगी व्याप्त है।
शिक्षको ने एम शिक्षा मित्र का बहिष्कार करने की बात की है। डाईट नरसिंहपुर में हुई धरना रणनीति बनाने के समय कही गई जिसमें शिक्षक संवर्गों के पदनाम अपग्रेडेशन और एक ही कैडर में अध्यापक संविलियन की दो सूत्रीय मांगों पर धरना प्रदर्शन रैली ज्ञापन सौंपने के लिए शिक्षकों अध्यापको की भारी संख्या में उपस्थिति दर्ज कराने पर जोर दिया।
मप्र शिक्षक संघ जिला सचिव एसपी त्यागी ने एम शिक्षा मित्र एप का पुरजोर विरोध किया। शिक्षक अध्यापक संयुक्त मोर्चा संघ ने सभी साथी शिक्षकों से एम शिक्षा मित्र का बहिष्कार करते हुए एकजुट होने का आग्रह किया है।उपस्थित शिक्षक समुदाय का कहना है कि सरकार की यह दमनकारी नीति केवल अध्यापक और शिक्षा विभाग पर ही क्यों लागू हो। ऐसी परिस्थिति में शिक्षक नौकरी नहीं कर पाएंगे।