21 परिवार को कुटुम्ब न्यायालय ने विखरने से बचाया…पक्षकारों ने बताया…बरबाद होने से बच गयी जिन्दगी

BHASKAR MISHRA
2 Min Read

ecourt.chhattisgarhबिलासपुर— 14 जुलाई को राष्ट्रीय लोकअदालत में पीडितों की सुनवाई हुई। परिवार न्यायालय ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। एक ही दिन में सालों के लंबित पारिवारिक विवादों को एक ही दिन में सुलझा लिया गया। न्याय पाने वाले परिवार ने अदालत की भूमिका त्वरित भूमिका पर खुशी जाहिर की है। कई लोगों ने बताया कि अदालत ने परिवार को टूटने से बचा लिया है। मालूम हो कि लोक अदालत में कुटुम्ब न्यायालय ने 21 परिवारों को विखरने से बचा लिया है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                        राष्ट्रीय लोक अदालत में कुटुम्ब न्यायालय ने 14 जुलाई को विशेष सुनवाई में 21 परिवारों को विखरने से बचा लिया है। जानकारी के अनुसार परिवार न्यायालय में सालों से लम्बित पड़े 45 मामलों में सुनवाई हुई। परिवार न्यायालय प्रमुख न्यायाधीश के.विनोद कूजूर के विशेव प्रयास से 21 मामलों को आपसी सुलझ से ठीक ठाक कर लिया गया।

                                       वहीं न्याय पाने के बाद सभी 21 परिवार के दोनों पक्षकारों ने निर्णय पर खुशी जाहिर की है। दोनों पक्षकारों ने बताया कि अदालत ने बहुत ही अच्छी तरह से पहले करते हुए परिवारों को विखरने से बचा लिया। समझौता के दौरान न्यायालय ने दोनों पक्षों और बातों को गंभीरता से लिया। इन्ही बातों के बीच से सुलह का रास्ता भी निकला।

                      21 परिवारों के बीच के कई मामले सालों से न्यायालय में लंबित थे। कुछ लोगों ने बताया कि इस दौरान पेशी और परेशानियों के अलावा उन्हें कुछ नहीं मिला। रूपयों की अलग से बरबादी हुई। समय भी खराब हुआ। इसका असर उनके परिवार पर भी देखने को मिला। छोटे बच्चों की जिन्दगी पर भी प्रभाव पड़ा। लेकिन परिवार न्यायालय के प्रमुख न्यायाधीश के पहले और प्रयास से समझौता होने के बाद शांति महसूस किया जा सकता है। अब परिवार भी विखरने से बच गया और बच्चों का बेहतर भविष्य बरबाद होने से बच गया।

close