खींचतान में उलझी एबीव्हीपी की राजनीति

BHASKAR MISHRA
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election2015_jpegबिलासपुर— छात्र संघ चुनाव को लेकर इन दिनों एबीव्हीपी और एनएसयूआई में दावेदारी को लेकर घमासान मचा हुआ है। एबीव्हीपी के पुराने छात्र नेता अपने चहेतों के लिए भाजपा नेताओं की परिक्रमा कर रहे है। जैसे जैसे चुनाव की तारीख करीब आ रही है दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त भी सामने आने लगी है। एसबीआर कालेज में छात्रों ने अपने पुराने अध्यक्ष के साथ बगावत कर दिया है। कांग्रेस के कई पदाधिकारी एनएसयूआई से भीतरघात कर एबीव्हीपी को समर्थन देने का मन बना लिया है। सब कुछ जानते हुए भी कांग्रेस का युवा और एनएसयूआई संगठन शुतुरमुर्ग की तरह रेत में सिर छिपाकर कुछ नहीं जानने की बात कह रहा है। साथ ही भीतरघात से इंकार भी कर रहा है। कमोबेश एबीव्हीपी की भी यही स्थिति है।

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                   मालूम हो कि एक सप्ताह पहले 11 अगस्त को रायपुर में छात्र संघ चुनाव को लेकर प्रांतीय बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में प्रदेश स्तर के युवा नेता और एबीव्हीपी के पदाधिकारी शामिल हुए थे। इसमें राष्ट्रीय स्तर के छात्र संगठन पदाधिकारियों ने भी शिरकत की थी। बैठक के दौरान निर्णय लिया गया था कि समय से पहले सर्वसम्मति से एबीव्हीपी के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी। लेकिन आंतरिक गुटबाजी के चलते अभी तक बिलासपुर संभाग के किसी भी कालेज का उम्मीदवार घोषित नहीं किया जा सका है।

                   रायपुर बैठक में बिलासपुर संभाग और जिला छात्र संघ चुनाव समन्वय कमेटी का भी गठन किया गया था । कमेटी में प्रमुख रूप से अनिरुद्ध द्विवेदी, सन्नी केशरी,राकेश तिवारी, शैलेन्द्र यादव, चन्द्रशेखर, आदित्य तिवारी दीपक सिंह, दुर्गेश पाण्डेय और विष्णु सोनी को स्थान दिया गया है। कमेटी को संभाग के सभी कालेंजों में प्रत्याशी चयन का आधिकार भी दिया गया। बावजूद इसके अभी तक आंतरिक उठापटक के चलते किसी भी कालेज के प्रत्याशी का नाम फायनल नहीं हो पाया है।

             सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला समन्वय कमेटी ने आंतरिक घमासान से बचने के लिए बिलासपुर विश्वविद्यालय छात्र संघ कमेटी एबीव्हीपी कोर कमेटी बनाने का निर्णय लिया है। कमेटी में कुछ नए चेहरों को छोड़कर कमोवेश जिला कमेटी के ही सदस्य हैं । जो कालेजवार नाम तय कर जिला कमेटी को सौंपेगे।

                 एबीव्हीपी जिला कमेटी के एक सदस्य ने बताया कि 21 तारीख या फिर 22 तारीख तक सभी कालेजों के एबीव्हीपी प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया जाएगा। फिलहाल अभी लोगों को समझाने का काम किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ कालेजों के संभावित प्रत्याशियों ने एलान कर दिया है कि यदि उन्हें तवज्जों नहीं दिया गया तो एबीव्हीपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। नाम नहीं उजागर करने की सूरत में साइंस कालेज और सीएमडी के कुछ छात्र नेताओं ने बताया कि यदि उन्हें इस बार भी नजरअंदाज किया गया तो वे लोग एनएसयूआई का दामन भी पकड़ने से नहीं हिचकेंगे

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