बिलासपुर– सर्वधर्म समाज के लोगों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर और पुलिस कप्तान से लिखित शिकायत कर पत्रकार पर अपराध दर्ज किए जाने की मांग की है। नागरिकों ने बताया कि अमिष देवगन ने एक कार्यक्रम आर-पार में भारतीय परंपरा और पत्रकारिता को ठेस पहुचाने का काम किया है। सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी कर कोरोना काल में देश की साम्प्रदायिक समरसता को बिगाड़ने की कोशिश की है।
कलेक्टर और पुलिस कप्तान को दिए अपने शिकायत पत्र में शिकायत कर्ताओं ने बताया कि देश इस समय कठिन दौर से गुजर रहा है। लोग एक दूसरे से कंधा से कंधा मिलकर ना केवल अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे है। बल्कि देश की एकता और अखण्डता को चार चांद लगा रहे है। लेकिन एक बड़े चैनल के कार्यक्रम के दौरान एंकर अमीष देवगन ने भारतीय सौहाद्धपूर्ण वातावरण में जहर घोलने का काम किया है। उन्होने विश्व समुदाय में आदर से नाम लिए जाने वाले सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती पर अभद्र टिप्पणी कर समरसता को खण्ड खण्ड किया है।
लोगों ने बताया कि ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह अजमेर शरीफ में विश्व के कोने कोने से लोग जियारत करने आते हैं। ना केवल मुसलमान बल्कि हिन्दु सिख ईसाई समाज के हजारो करोड़ों लोग चादर चढ़ाने पहुंचते है। सब कुछ जानते हुए भी पत्रकार ने दुनिया के करोड़ों लोगों में ख्वाजा के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर आक्रोश पैदा किया है। बावजूद इसके तथाकथित पत्रकार ने समाज में जहर घोलने का काम किया है। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है।
लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री खुद सूफी परंपरा के पोषक हैं। उनके ही मुख्य आतिथ्य में कुछ साल पहले अहमदाबाद गुजरात में ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजन में देश दुनिया के आस्थावन और सूफी परंपरा के मानने वालों के साथ सामान्य जनता ने भाग लिया। सब कुछ जानते हुए भी पत्रकार ने अक्षम्य अपराध किया है।