हवाई सेवा संघर्षः वक्ताओं ने कहा..कहीं टूट ना जाए सब्र का पैमाना…हाईकोर्ट अधिवक्ताओं ने किया संबोधित

BHASKAR MISHRA

बिलासपुर— हवाई सेवा आन्दोलन के 137 और 138 वें दिन समिति के सदस्यों ने राघवेन्द्र राव सभा भवन के सामने धरना प्रदर्शन किया। समिति के सदस्यों ने सर्वहित को ध्यान में रखते हुए आंदोलन की जिम्मेदारी आम नागरिकों के कंधे पर नही देते हुए खुद संभाला। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हवाई सेवा की जरूरतों के साथ जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधा। इस दौरान हाईकोर्ट के वकील अवध त्रिपाठी और शैलेष आहुजा ने बिलासपुर को हवाई सुविधा दिए जाने के समर्थन में अपनी बातोों को पुरजोर तरीके से रखा।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                                   होली के दिन धरना को वकील अवध त्रिपाठी और शैलेश आहुजा ने संबोधित किया। दोनों अधिवक्ताओं ने कहा कि आज सांसद और विधायकों के प्रति लोगों भयंकर गुस्सा है। इस बात को जितना जल्द हो सके जनप्रतिनिधियों को समझना होगा। जनप्रतिनिधियों को हरसंभव प्रयास कर बिलासपुर को हवाई सेवा की सुविधा देना ही होगा।

                समिति के सदस्यों ने कहा कि हमे हवाई सुविधा चाहिए। त्यौहार का आना जाना होता रहता है। हमने प्रण किया है जब  तक बिलासपुर को हवाई सुविधा नहीं मिलती है। हमारे लिए उत्सव कोई मायने नहीं रखते हैं। वक्ताओं ने कहा कि होली के दिन भी हवाई सेवा को लेकर धरना प्रदर्शन से समझा जा सकता है कि हमारे लिए हवाई सुविधा के क्या मायने हैं। हमें पूरा विश्वास है कि सब्र का पैमाना टूटने से पहले ही केन्द्र सरकार चकरभाठा में 4 सी हवाई सुविधा देने को तैयार हो जाएगी।

                धरना प्रदर्शन में मेयर रामशरण यादव ने भी शिरकत किया। इसके अलावा बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय ने भी धरना का समर्थन कर लोगों को उत्साहित किया। सर्व ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधइ अरविन्द अवस्थी,राजेश शुक्ला, और अन्य लोगों ने धरना प्रदर्शन में शामिल होकर समिति के सदस्यों की हौसला अफजाई किया।

           धरना प्रदर्शन के 138 वें दिन समिति के सदस्यों ने धरना के क्रम को टूटने नहीं दिया। भुवनेश्वर शर्मा, राकेश शर्मा, अशोक भण्डारी, महेश दुबे, रामा बघेल, अमित नागदेव, देवेन्द्र सिंह, राघवेन्द्र सिंह, केशव गोरख, संजय पिल्लै, शेक अल्फाज, संतोष पिपलवा, नरेश यादव,  बद्री यादव मनोज श्रीवास, समीर अहमद, अभिषेक राजा,सुदीप श्रीवास्तव ने उपस्थित लोगों का मनोबल को बुलंद किया।

close