बिलासपुर—एसईसीएल में गुरूवार को एसईसीएल क्षेत्रीय अधिकारियों की उपस्थिति में ’’इन्टरएक्टिव सेशन विथ पावर प्रोड्यूसर्स’’ कार्यक्रम सफलता के साथ सम्पन्न हुआ । इस दौरान सह प्रबंध निदेशक ने सभी स्तरों पर आवश्यक कदम उठाने की बात कही। जिससे कोयला से जुड़ी हर गतिविधियों पर आशा के अनुरूप सफलता मिले।
इन्टरएक्टिव सेशन पर अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ओमप्रकाश ने कहा कि सभी स्तरों पर आवश्यक कदम उठाए गए हैं जिससे कोयला परिवहन, क्वालिटी कंट्रोल और प्रेषण में आशातीत सफलता प्राप्त हो सके । उन्होंने क्षेत्रीय विक्रय अधिकारियों और गुणवत्ता अधिकारियों को निर्देश देत हुए कहा कि उपभोक्ताओं को भविष्य में अच्छी गुणवत्ता वाले कोयला मिले इसका प्रयास हमेशा रहे। उन्होंने कुसमुण्डा में 25 मिलियन टन क्षमता वाली देश की सबसे बड़ी कोल वाशरी के स्थापना की प्रगति के संबंध में भी जानकारी दी ।
निदेशक तकनीकी संचालन आर.पी. ठाकुर ने सभी उपभोक्ताओं को गुणवत्ता वाले कोयला भेजने का आश्वासन दिया। उपभोक्ताओं को अधिकाधिक गुणवत्तायुक्त कोयला उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने उपभोक्ताओं को आश्वासन देते हुए कहा कि कोई भी उपभोक्ता अपनी शिकायत या परेशानी होने पर प्रबंधन का ध्यान आकृष्ठ कराएं।
महाप्रबंधक विक्रय विपणन एस.एन. प्रसाद ने समस्त उपस्थितों का स्वागत करते हुए उपभोक्ताओं को अनेक विकल्पों पर सोचने का आग्रह किया। जिससे कि मूल्य नियंत्रण के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में कोयले की सप्लाई हो सके। उन्होंने बताया कि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अभी तक पावर प्रोड्यूसर्स को दिए जाने वाले कोयले में 5 मिलियन टन की बढ़ोत्तरी हुई है। इससे देश के कोयला आयात के भार को कम करने में मदद मिल सकेगी ।
इस दौरान उपभोक्ताओं ने व्यापक रूप से कोयले की गुणवत्ता और प्रेषण में सुधार पर संतोष व्यक्त किया। दोतरफा संवाद से माहौल बेहद जीवंत देखने को मिला। इन्टरेक्टिव सेशन में एनटीपीसी सीपत, एनटीपीसी कोरबा, एनटीपीसी मौडा, एनटीपीसी रामागुण्डम, एनएसपीसीएल, सीएसपीजीसीएल, अदानी पावर, डीबी पावर, टोरेन्ट, रिलायन्स, आरकेएम पावरगेन, मारूति क्लीन कोल, एमबी पावर, नाभा पावर, जयपी बीना, लेन्को, केएसके महानदी, बालको, जिंदल, रतन इण्डिया, एमपीपीजीसीएल, जीएसईसीएल, पीआरवीयूएनएल, पीएसईबी आदि के लगभग 60 प्रतिनिधि मौजूद थे ।