देश में कोरोना वैक्सीन के ड्राय रन की प्रक्रिया शनिवार यानी 2 जनवरी 2021 से शुरू हो जाएगी। प्रथम चरण के तहत स्वास्थ्यकर्मियों को यह वैक्सीन लगाई जाएगी औऱ इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों की एक सूची तैयार कर ली गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया कि जिस तरह हम चुनावों की तैयारी करते हैं उसी तरह वैक्सीन को लेकर भी मेडिकल टीम को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में बताया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी है कि नेशनल लेवल पर 2,000 से ज्यादा मास्टर ट्रेनरों को तैयार करने के बाद अब राज्य और जिले स्तर पर 700 जिलों में ट्रेनिंग दी जा रही है।
केंद्र सरकार ने वैक्सीन देने के लिए 83 करोड़ सीरिंज का ऑर्डर दिया है। इसके अलावा 35 करोड़ अतिरिक्त सीरिंज के लिए बिड भी आमंत्रित की गई है। सभी राज्यों औऱ केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिये गये हैं कि वो वैक्सीन देने की प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए इंटरनेट कनेक्टिविटी, बिजली समेत सुरक्षा तथा अन्य इंतजामों का खास ख्याल रखें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ट्रायल रन की काफी उपयोगिता होती है। उन्होंने कहा कि इनमें पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में किया गया था। चारों राज्यों में ड्राई रन को लेकर अच्छे रिजल्ट सामने आए हैं। इसके बाद अब सरकार ने पूरे देश में इस ड्राई रन को लागू करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद इलेक्ट्रॉनिक सर्टिफिकेट देना होगा। वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया के दौरान कोल्ड चेन ठीक तरीके से काम हो ये भी सुनिश्चित किया जा रहा है।
देशभर में वैक्सिनेशन शुरू किए जाने से पहले इसका ड्राय रन किया जा रहा है। यानी इस दौरान परखा जा रहा है कि जब देश में असल में टीकाकरण अभियान शुरू होगा, तो उसमें किस तरह से वैक्सीन लगाने वालों को काम करना होगा। इसमें हर जगह पर 25 हेल्थ वर्करों को डमी कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। ड्राय रन की बदौलत सरकारें अलग-अलग इलाकों में आने वाली समस्याओं का भी पता लगा सकेंगे।