बिलासपुर—नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की व्यवस्था दुरूस्त रखें… पम्प खराब होने पर तत्काल सरपंच रिपोर्ट करें… हर गांव में हैण्डपंप मैकेनिक पहुंचें…हैण्डपंप सुधारने प्रशिक्षण का आयोजन करें…जिले के प्रभारी सचिव एम.के. राउत ने आज बैठक लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने जिले के हर गांव में प्याउ खोलने को कहा। राउत ने कहा कि प्रत्येक पंचायत को 5-5 हजार रूपये भी दिया जायेगा।
मंथन सभागार में आयोजित बैठक में बिलासपुर के प्रभारी सचिव एम.के.राउत ने जिले में पेयजल व्यवस्था की जानकारी ली। राउत ने आधी अधूरी जानकारी देने पर पीएचई विभाग के ईई को जमकर फटकारा।
राउत ने कहा कि ग्रामीण नल-जल योजना का काम पंचायते करेंगी। जो नलजल योजनाएं बंद या अपूर्ण है.जिसे सुधारा जा सकता है उसके लिए पंचायतों को राशि दी गई है। पेयजल के अपूर्ण कार्यों को सभी एसडीएम प्राथमिकता से देखें। राउत ने सूखाग्रस्त क्षेत्रों में किसानों को प्रमाणित धान-बीज वितरण की आपूर्ति, डीजल और विद्युत पंप वितरण, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की प्रगति की जानकारी ली।
स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रभारी सचिव ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बिजली और पानी की व्यवस्था शत प्रतिशत होनी चाहिेए। जिले के अस्पतालों में संस्थागत प्रसव को बढ़ाने का भी निर्देश दिया। शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान और निःशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण पर भी अधिकारियों को गंभीरता से लेने को कहा। उन्होने कहा कि स्कूल के शौचालयों में साफ-सफाई व्यवस्था पंचायतों के मूलभूत राशि से कराए जाए। जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि स्कूलों में भ्रमण कर पेयजल, साफ-सफाई, शौचालय की स्थिति देखें। आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्म भोजन उपलब्ध कराने के लिए खाद्यान्न की कमी न रहें।
प्रभारी सचिव ने श्रम विभाग के अधिकारियों से कहा कि श्रमिकों का पंजीयन के लिए शिविर लगाये। उन्होंने शिविरों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने को भी कहा।
बैठक में संभागायुक्त निहारिका बारिक, कलेक्टर अन्बलगन पी, नगर निगम आयुक्त रानू साहू, सीईओ जिला पंचायत जे.पी. मौर्य,समेत सभी एसडीएम और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।