रायपुर। प्रदेश की करीब ढाई लाख गर्भवती महिलाओं को अब महतारी जतन योजना के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों में सप्ताह के छह दिन गर्म पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन मिलेगा। इस योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह तीन मई को कोरिया जिले के विकासखंड सोनहत के ग्राम सलगवांकला से करेंगे। योजना के क्रियान्वयन के संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने राज्य के सभी जिलों के कलेक्टरों, जिला कार्यक्रम अधिकारियों और महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को परिपत्र जारी कर दिया है। परिपत्र में कहा गया है कि राज्य शासन द्वारा गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों में रेडी-टू-ईट के साथ-साथ गर्म भोजन एवं टेक होम राशन अन्तर्गत रेडी-टू-ईट वितरित करने का निर्णय लिया गया है।
अभी गर्भवती महिलाओं को टेक होम राशन अन्तर्गत रेडी-टू ईट एवं मुर्रा लड्डू प्रदान किया जा रहा है। परिपत्र के अनुसार महतारी जतन योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को गर्म भोजन और रेडी-टू-ईट के अलावा आंगनबाड़ी केन्द्रों में विशेष देखभाल, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा, पूर्ण टीकाकरण, आयरन फोलिक एसिड का वितरण एवं सेवन, गर्भावस्था के दौरान जरूरी सावधानियों और सुरक्षित कार्यों तथा सुरक्षित एवं संस्थागत प्रसव की जानकारी सहित अन्य संदर्भ सेवाओं का लाभ दिया जाएगा। योजना के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रति हितग्राही दिए जाने वाले 250 ग्राम भोजन में 130 ग्राम चावल, 30 ग्राम मिक्स दाल, 10 ग्राम सोया तेल और 80 ग्राम अन्य सब्जी-मसाले होंगे,जिससे प्रति हितग्राही प्रतिदिन 662.9 किलो कैलोरी और16.82 ग्राम प्रोटीन प्राप्त होगा।
भोजन में प्रति हितग्राही प्रतिदिन लगभग 8 रूपए खर्च होंगे। गर्भवती महिलाओं को गर्म भोजन के साथ-साथ प्रतिदिन 100 ग्राम रेडी टू-ईट के मान से सप्ताह के छह दिन के लिए 600 ग्राम रेडी टू ईट का पैकेट दिया जाएगा। इस प्रकार अब 990 ग्राम के स्थान पर 600 ग्राम के पैकेट में रेडी टू ईट की पैकिंग की जाएगी। 100 ग्राम रेडी टू ईट में 11.21 ग्राम प्रोटीन और 380.9 कैलोरी प्राप्त होगी। 100 ग्राम रेडी टू ईट के लिए दो रूपए 98 पैसे की राशि निर्धारित की गई है। इस प्रकार आंगनबाड़ी केन्द्र में प्रतिदिन गर्भवती महिलाओं को वितरित भोजन में प्रति हितग्राही 28.03 ग्राम प्रोटीन और 1043.80 किलो कैलोरी प्राप्त होगी ।
गर्भवती महिलाओं को अब मुर्रा-लड्डू नहीं दिया जाएगा। आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वच्छता का ध्यान रखते हुए गर्भवती महिलाओं को गर्म भोजन लगभग दोपहर 12 बजे के आसपास खिलाने के निर्देश दिए गए हैं। गर्भवती महिलाओं को भोजन खिलाने से पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका द्वारा आवश्यक रूप से भोजन चखा जाएगा। गर्म भोजन आंगनबाड़ी सहायिका द्वारा तैयार किया जाएगा और इसके र्लिए इंधन व्यय की राशि सहायिका के खाते में जमा हो जाएगी।