बिलासपुर। बुुधवार को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ राज्य औषधीय पादप बोर्ड की बैठक हुई।जिसमें बताया गया कि वनौषधियों के प्रति आम जनता में जागरूकता लाने के लिए नया रायपुर में हर्बल गार्डन बनाया जाएगा। देशभर में मनाये जा रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के दौरान उनकी स्मृति में छत्तीसगढ़ के आयुर्वेद छात्र.छात्राओं के लिए राज्य सरकार पुरस्कार योजना शुरू करेगी। यह पुरस्कार योजना द्रव्यगुण विज्ञान विषय के विद्यार्थियों के लिए होगी। प्रथम पुरस्कार बीस हजार रूपए द्वितीय पुरस्कार 15 हजार रूपए और तृतीय पुरस्कार 10 हजार रूपए का होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के जंगलों में औषधीय महत्व के पेड़.पौधों की कोई कमी नहीं है। उन्हें चिन्हांकित करने के साथ.साथ उनके संरक्षण और संवर्धन की जरूरत हैए ताकि छत्तीसगढ़ को हर्बल राज्य के रूप में नई पहचान मिल सके। डॉण् सिंह ने कहा कि इसमें बोर्ड की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। मुख्यमंत्री ने नया रायपुर में हर्बल गार्डन की स्थापना की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि यह काफी उपयोगी होगा। आम नागरिकोंए छात्र.छात्राओं और हमर छत्तीसगढ़ योजना के तहत नया रायपुर आने वाले में आने वाले पंचायत प्रतिनिधियों को हर्बल पेड़.पौधों की अच्छी जानकारी मिल सकेगी।
डॉ सिंह ने बोर्ड को एक वेबसाईट बनाने का भी सुझाव दिया जिसका जिसमें प्रदेश की सभी वनौषियों की जानकारी उनके गुणधर्म बस्तर,सरगुजा में पाए जड़ी-बुटी और उनकी उपयोगिता की जानकारी दी जाए। साथ ही एक पुस्तिका का प्रकाशन करें जिससे प्रदेश के बाहर के लोगों को यहां वनऔषधियों की जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से आयुर्वेद चिकित्सकों का दल केरल भेजा जाए जो वहां पर चिकित्सा पध्दति का अध्ययन करें।
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की वनौषधियों के गुणवत्ता पूर्ण प्रसंस्करण तथा उनकी बेहतर पैकेजिंग और मार्केटिंग की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि राज्य की वनौषधियों को अच्छा बाजार मिलने पर इनके संग्रहण में लगे वनवासियों को भी फायदा होगा।