हजारीबाग में पकड़ाया मास्टर माइंंड

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170102-WA0008बिलासपुर–बिलासपुर पुलिस की स्पेशल टीम ने नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगों के मास्टर माइंड को झारखण्ड के हजारी बाग से हिरासत में लिया है। आरोपी का नाम समीर बड़जत्या ऊर्फ किशोर यादव है।पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने 17 नवम्बर को ठग गिरोह के अनिल और अनिता लहरे को हिरासत में लिया था। दोनों भारतीय नगर के रहने वाले हैं।
               बिलासागुड़ी में एडिश्नल एसपी प्रशांत कतलम.एडिश्नल एसपी अर्चना झा और सीएसपी लखन पटले ने पत्रकारों को बताया कि 17 नवम्बर को लोगों के शिकायत के बाद  पुलिस ने ठगी करने के आरोप में अनिल लहरे और उसकी पत्नी अनीता लहरे को गिरफ्तार किया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ठगों ने अखबार में विज्ञापन निकाला था कि वन विभाग में नौकरी के इच्छुक आठवीं से लेकर स्नातक पास लोग आवेदन करें। भारी संख्या में लोगों ने आवेदन किया। आवेदकों ने अनिता और अनिल लहरे को 6-6  हजार रूपए भी जमा किये। पुलिस ने प्रारम्भिक जांच पंड़ताल में मामला संदिग्ध पाया। फोन से सम्पर्क और पूछताछ के बाद लहरे पति पत्नी को हिरासत में लिया।
                अनिल और अनिता ने बताया कि वे लोग समीर बड़जत्या के लिए नौकरी करते हैं। दोनों के बयान के बाद स्पेशल टीम को मास्टर माइंड को गिरफ्तार करने रांची भेजा गया। रांची में जानकारी मिली कि समीर बड़जत्या शुकदेव नगर में किराये के मकान में रहता है। मौके पर पहुंचने के बाद मालूम हुआ कि समीर बड़जत्या कुछ दिनों से मकान में नहीं रहता है। साइबर सेल के सहयोग से पुलिस की स्पेशल टीम को जानकारी मिली कि समीर का मोबाइल लोकेशन हजारी बाग बता रहा है।
                               प्रशांत कतलम ने बताया कि लोकेशन के आधार पर पुलिस ने हजारीबाग जिले के खोडार गांव में धावा बोला। जानकारी मिली कि समीर बड़जत्या का असली नाम किशोर यादव है। किशोर खोडार में लोटस गार्डन नाम से निजी स्कूल चलाता है। गिरफ्तारी के बाद समीन ने बताया कि सात साल पहले रांची पुलिस ने धोखाधड़ी मामले में गिऱफ्तार किया था।
                                            पुलिस ने आज किशोर को बिलासपुर लाया गया है। उसके पास से पांच हजार रूपए,पांच मोबाइल,सील,मोहर बरामद किया है। पुलिस ने किशोर के बैंक खातों को भी सील कर दिया है।
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