किडनैपर के चंगुल से छूटे बच्चे…पिता से लिपटे…शहर ने दी पुलिस को शाबासी

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170425-WA0023  mungeli_file_25 बिलासपुर—पुलिस के सामने आखिरकार अपराधियों ने घुटना टेक ही दिया। एक दिन पहले अपहृत दोनो बच्चे घर वापस आ ही गए। बच्चों के घर पहुंचते ही माता पिता और दादा दादी ने एक साथ दीपावली और सांई उत्सव मनाया। पुलिस ने भी राहत की सांस ली है। फिलहाल नंदू यादव गिरफ्त में है। लेकिन तीन अन्य आरोपी अभी भी पुलिस से दूर हैं। बताया जा रहा है कि तीनों आरोपियों के गिरेबान तक पुलिस पहुंच चुकी है।

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                     पुलिस के नाकाबंदी के सामने एक दिन अपहृत किये गए दोनों बच्चों को मुंगेली में छोड़कर तीनो आरोपी नौ दो ग्यारह हो गए। पुलिस ने दोनों बच्चों से जरूरी पूछताछ के बाद माता पिता को सौंप दिया है। विनोद केशरवानी के घर को पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है।

                                                                            सुबह पुलिस को जानकारी मिली कि एक दिन पहले जबड़ापारा निवासी हर्ष और विक्की मुंगेली से एक बस में बैठकर बिलासपुर लौट रहे हैं। खबर मिलते ही पुलिस ने बस के पीछे फालो गाड़ी लगा दी। जानकारी के अनुसार दोनों बच्चों को अपहरणकर्ताओं ने मुंगेली में छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने दोनों बच्चों को अभिरक्षा में पूछताछ के बाद परिजनों को सौंप दिया। बच्चों के मिलते ही केशरवानी परिवार के आखों से खुशी के आसूं छलक पड़े। पिता ने दोनों को सीने से लगाया। दादी दादा और मां अर्चना केशरवानी के आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे थे। कभी वह हाथ जोड़कर ऊपर वाले को धन्यवाद देती तो कभी दोनो बच्चों को सीने से चिपकाकर रोती। मोहल्लेवासियों ने भी केशरवानी परिवार की खुशी में खुशी जाहिर की।

पापा ने भेजा है

                                        थोड़ी सी बातचीत के दौरान बड़ा बेटा हर्ष ने बताया कि गाड़ी लेकर ड्रीमलैण्ड के बाहर एक व्यक्ति ने बताया कि उसके पापा ने लेने के लिए भेजा है। दो बार स्कूल से लौट चुके हैं। दुकान में बैठे हैं।तुम लोगों को लेने के लिए भेजे हैं। स्कूल से हम दोनों को सोनगंगा कालोनी ले गए। वहां तीन अंकल मिले। इसके बाद तखतपुर से होकर मुंगेली ले गए। तीनों ने बताया कि हम लोग तुम लोगों को गलती से पकड़ लाए हैं। रात्रि को एक घर में रखा। अंगूर खाने को दिया। सुबह किसी से बस में बैठाया। बस वाले को बताया कि हमें मुंगेली नाका में छोड़ दें।

पुलिस को मिली सूचना

  IMG-20170425-WA0020                 जानकारी के अनुसार बस कंडक्टर में बच्चों की बस में होने की सूचना पुलिस को दी। खबर मिलते ही पुलिस ने बस का पीछा किया। बिलासपुर से फालो गाड़ी भेजी गयी। बिलासपुर पहुंचने से पहले ही पुलिस ने दोनों बच्चों को अपने अभिरक्षा में लिया। पूछताछ के बाद परिजनों को सौंप दिया। इसके पहले परिजनों को बच्चों की मिलने की जानकारी हो चुकी थी।

मोहल्ला वाले की साजिश

                 बच्चों के अलावा पुलिस ने बताया कि बच्चों के अपहरण में मुख्य साजिशकर्ता मोहल्ले में मुंगफली का ठेला लगाने वाला नानू यादव है। नानू यादव राजकुमार का बेटा है। वह बड़ा आदमी बनने का सपना देखता था। उसी ने अपहरण की साजिश को अंजाम दिया।

नानू ने दी सूचना

                      सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नानू यादव ही बच्चों को लेकर सोनगंगा कालोनी के पास ईमलीभाठा ले गया। जहां तीन अपहरणकर्ता बच्चे का इंतजार कर रहे थे। इसके बाद तीनो देवरीखुर्द के रास्ते पेन्ड्री डीह बायपास से सकरी होते हुए तखतपुर मुंगेली की तरफ भागे। सायबर टीम ने भी कालर का मोबालइल लोकेशन बिल्हा के आस पास बताया था।

नशे का  था आदी

                              जैसे की जानकारी मिली है कि नानू यादव कभी विनोद केशरवानी के दुकान में काम किया करता था। बाद में मोमफली बेचने का काम शुरू किया। इंजेक्शन लगाने से लेकर दवाई पहचानना जानता था। लोगों की बातों में विश्वास करें तो नानू यादव नशे का इंजेक्शन लेता था। ड्रग का आदी हो चुका था। शायद अपहरण कर्ताओं ने उसे रूपयों का झांसा देकर फंसाया। बच्चो का अपहरण कराया। फिलहाल कहानी में कितनी सच्चाई है इसकी सच्चाई पुलिस खुलासे के बाद होगी। लेकिन नानू यादव अभी पुलिस हिरासत में है। उसने क्या कहा पुलिस कुछ भी बताने से इंकार कर रही है।

बच्चों को लाने में नानू की भूमिका..?

                          जानकारी के अनुसार बच्चों के अपहण के बाद नानू यादव घर आ गया था। पुलिस और मीडिया के दबाव में उनसे अपहरणकर्ताओं से संपर्क किया। शायद बच्चों को छोड़ने के लिए कहा। उसी ने बस की जानकारी दी। कहां उतरना है यह भी बताया।

अपहरणकर्ताओ का पीछाIMG-20170425-WA0026

                         पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी आगे भाग रहे हैं..पुलिस लगातार पीछा कर रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल बच्चे सकुशल घर पहुंच गए है। आरोपियों का बचने का सवाल ही नहीं उठता है। तीनो आरोपी नानू के संपर्क के हैं। बिलासपुर के आस पास के रहने वाले हैं। जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

                         बहरहाल आरोपियों को पुलिस जल्द पकड़ने का दावा कर रही है। सूत्रों की माने तो पुलिस आरोपियों के गिरेबान तक पहुंच चुकी है। जल्द सबके सामने पेश किया जाएगा।

महापौर और बसंत शर्मा पहुंचे घर

                     कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बसंत शर्मा और महापौर किशोर राय बच्चों के घर वापसी पर खुशी जाहिर की है। दोनों नेताओं ने विनोद केशरवानी के घर पहुंचकर परिवार को बधाई दी। ईश्वर के प्रति आभार प्रदर्शित किया। बसंत शर्मा और किशोर राय ने परिवार के एक एक सदस्य से मुलाकात की। खौप से बाहर निकलने को कहा। दोनों नेताओं ने इस दौरान पुलिस कार्रवाई की जमकर तारीफ की। बसंत और किशोर ने बताया कि मीडिया और पुलिस की सक्रियता से घर की रौनक वापस आ गयी है।

                   इस दौरान दोनों नेताओं ने कहा कि हम लोग केशरवानी परिवार की पीड़ा को अच्छी तरह से समझ रहे हैं। शासन प्रशासन केशरवानी के साथ है।

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