नईदिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौथी बार लाल किले की प्राचीर से झंडा फहराने के बाद राष्ट्र को संबोधित किया। अद्भुत भाषण देने की कला में माहिर पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बार हर मुद्दे को छूने की कोशिश की। चाहे वह जम्मू-कश्मीर हो या तीन तलाक, आतंकवाद हो या आस्था के नाम पर हिंसा। पीएम ने लाल किले से अपने 55 मिनट के भाषण में हर मुद्दे पर ‘मन की बात’ कही। लेकिन इस बार पीएम के भाषण की एक खास बात थी। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिया गया उनका यह सबसे छोटा भाषण था।
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खास बात है कि पीएम मोदी के नाम लाल किले से अब का सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड है। उन्होंने साल 2015 में पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा 1947 में दिए गए 72 मिनट के भाषण का रिकॉर्ड तोड़ा था। तब पीएम ने 86 मिनट की स्पीच दी थी। लेकिन साल 2016 में पीएम ने 94 मिनट का भाषण देकर अपनी ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। 30 जुलाई को मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था कि वह कोशिश करेंगे कि इस बार का भाषण छोटा हो।
2014 के लोकसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाले नरेंद्र मोदी ने इसी साल पहली बार देश को लाल किले से संबोधित किया था। तब उन्होंने 65 मिनट की स्पीच दी थी। इसके बाद साल 2015 में उन्होंने 86 मिनट का भाषण दिया। 2016 में पीएम का भाषण और लंबा होकर 94 मिनट का हो गया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 6 बार लाल किले से राष्ट्र को संबोधित किया है। साल 2002 में उन्होंने 25 मिनट और 2003 में 30 मिनट का भाषण दिया था। 10 साल प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का सबसे छोटा भाषण 31 मिनट और सबसे लंबा भाषण 50 मिनट का रहा।