चुनाव आयोग के निशाने पर बीजेपी का मैं भी चौकीदार कैंपेन, नोटिस जारी कर मांगा जवाब

Shri Mi
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 लोकसभा चुनाव 2019 से पहले भारतीय जनता पार्टी का का चुनावी कैंपेन “मैं भी चौकीदार” चुनाव आयोग के निशाने पर आ गया है. इसे लेकर चुनाव आयोग ने नोटिस भी जारी कर दिया है. आयोग ने बीजेपी के सदस्य नीरज कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों में जवाब मांगा है. आयोग ने नीरज कुमार को यह नोटिस “मैं भी चौकीदार’ कैंपेन की वीडियो को बिना अनुमति के सोशल मीडिया पर शेयर करने के लिए भेजा है.आयोग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया कि ‘मैं भी चौकीदार’ कैंपेन में इस्तेमाल की गई वीडियो में आर्मी के जवान मौजूद हैं, जबकि चुनाव आयोग पहले भी राजनीतिक दलों को आदेश दे चुके है कि किसी भी तरह के प्रचार में सेना के जवानों को शामिल नहीं किया जाए.सीजीवालडॉटकॉम के WhatsApp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे 

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दरअसल चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद देश में आचार संहिता लागू है. चुनाव आयोग ने मार्च महीने की शुरुआत में सभी राजनीतिक पार्टियों को आदेश दिया था कि वह चुनाव प्रचार के लिए सेना के जवानों और उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल न करें.

भाजपा के ”मैं भी चौकीदार कैंपेन” की शुरुआत कुछ समय पहले हुई थी जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत काफी संख्या में बीजेपी नेता और समर्थकों ने ट्विटर पर भी अपने नाम के आगे ”चौकीदार” लिया, इसके साथ ही “मैं भी चौकीदार” हैशटैग के साथ प्रचार भी शुरू हो गया.

बता दें कि इससे पहले भी सेंट्रल ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर चौकीदार शब्द के इस्तेमाल पर विरोध जता चुका है. सेंट्रल ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन ने पत्र में चुनाव आयोग से मांग की है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक पार्टियां इस शब्द का इस्तेमाल न करें.

चुनाव आयोग से पत्र में सेंट्रल ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन ने कहा है कि यह शब्द चौकीदारी एक्ट के अंतर्गत आता है. ऐसे में चुनावी प्रचार के दौरान राजीनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा इसका इस्तेमाल अनुचित ही नहीं बल्कि अपमानजनक भी है.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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