नईदिल्ली।मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल (Modi 2.0) का पहला बजट संसद के लोकसभा में पेश करने जा रही है। बजट से पहले पेश हुए आर्थिक समीक्षा के आधार पर जानकार मानते हैं कि इस बजट में अर्थव्यवस्था को धार देने के लिए कुछ सुधारवादी कदम भी उठाए जा सकते हैं। लेकिन, साथ ही साथ महिलाओं और किसानों को भी विशेष राहत देने की चर्चा है। दरअसल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इंदिरा गांधी के बाद दूसरी ऐसी महिला हैं जो संसद में अपना बजट पेश करेंगी।
इस बार बजट पुरानी परंपरा को छोड़ते हुए ब्रीफकेस में न आकर, बही-खाते के तौर पर सामने आया है। लाल कपड़े में रखे बही-खाते को अब सीतारमण लोकसभा के सदन पटल पर पेश करेंगी।
माना जा रहा है कि इस बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मीडिल क्लास और किसानों को राहत देने का काम कर सकती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 5 लाख रुपये तक टैक्स में छूट के अलावा किसानों को ब्याज-मुक्त कर्ज देने का फैसला किया जा सकता है।
हालांकि, कर्ज मुक्त ब्याज और बैंकों द्वारा लोन आवंटित करने के मसले पर एक दिन पहले ही आरबीआई के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल मोदी सरकार को चेतावनी दे चुके हैं। उन्होंने बैंकों के संदर्भ में मोदी सरकार को एनपीए के संबंध में आगाह किया है।