बिलासपुर—बापूनगर और डबरीपारा के सैकड़ो लोगों ने आज कलेक्टर कार्यालय के सामने कांग्रेस नेता पिनल उपवेजा की अगुवाई में धरना प्रदर्शन किया। बेघर बापूनगर वासियों ने घर की मांग की। डबरीपारा वासियों ने बसी बसायी कालोनी को बरबादी से बचाने की गुहार लगायी। सैकड़ों की संख्या में डबरीपारा और बापूनगर वासियों ने अंहिसा संघर्ष पदयात्रा कर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर बेघर किये किये गए लोगों ने न्याय की गुहार लगाई है।
बापूनगर और डबरीपारा के निवासियों ने जिला कांग्रेस महामंत्री पिनल उपवेजा की अगुवाई में अंहिसा संघर्ष पदयात्रा कर बसी बसायी बस्ती को उजाड़ने का विरोध किया है। रेलवे ने अतिक्रमण अभियान के दौरान बापूनगर में बेदखल किए गए लोगों के लिए पिनल उपवेजा ने अटल आवास की मांग की है। अंहिसा पदयात्रा में शामिल लोगों ने जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने सड़क पर बैठकर गांधीगिरी करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देने से इंकार कर दिया। पदयात्रा में शामिल लोगों ने बताया कि इसके पहले तीन चार बार सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया। अभी तक फौरी तौर पर पीड़ितों के लिए कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब कलेक्टर से मिलकर अपनी पी़ड़ा को बताएंगे। जब तक कलेक्टर बैठक से फुर्सत नहीं होते हम लोग सड़क पर बैठकर इंतजार करेंगे। इतना कहने के बाद पदयात्रा में शामिल सभी लोगों ने सड़क पर बैठकर मौन प्रदर्शन किया।
जिला कांग्रेस महामंत्री पीनल उपवेजा ने बताया कि बापू नगर की पीड़ा और डबरीपारा की परेशानियों को लेकर इसके पहले कलेक्टर से चार बार असफल मिलने का प्रयास किया। हर बार उनकी शिकायतों को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया जाता है। अब हम कलेक्टर से मिलकर अपनी लिखित शिकायत देंगे। पिनल ने बताया कि इस समय हड़्डी कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। लेकिन रेलवे प्रशासन से प्रताड़ित बापूनगर के लोग खुले आसमान के नीचे जिन्दगी गुजार रहे हैं। बुजुर्ग, महिलाएं और छोटे बच्चे खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं। सड़क पर बैठकर खाना खा रहे हैं। लेकिन अभी तक जिला प्रशासन ने राहत की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है।
पिनल ने बताया कि बापूनगर में रेलवे अतिक्रमण अभियान का शिकार दो साल का बच्चा इस समय अस्पताल में जीवन और मौत के बीच झूल रहा है। उसे ठंड लग गयी है। कलेक्टर से आश्वासन चाहते हैं कि विस्थापित परिवारों को अटल आवास में मकान दिया जाए। साथ ही बापूनगर में रेलवे कार्रवाई पर भी रोक लगाई जाए।
जिला कांग्रेस महामंत्री के अनुसार निगम अधिकारियों ने बयान जाहिर किया है कि डबरीपारा के अतिक्रमण में बनाए गए मकानों को जल्द ही तोड़ा जाएगा। लेकिन जिन मकानों को तोड़े जाने की बात कही जा रही है उनके पास जमीन का पट्टा है। निगम महकमा बिना नागा किये टैक्स वसूलता है। ऊपस से मामला कोर्ट में है। ऐसे में इस प्रकार के बयान से लोगों में दहशत है। पिनल ने कहा कि यदि निगम डबरीपारा बस्ती के खिलाफ किसी प्रकार का अभियान चलाता है तो उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। हमने कलेक्टर से मांग की है कि डबरीपारा और बापूनगर के लोगों को जिला प्रशासन न्याय दे।