आरोपी ने जिला कोर्ट से भागने की कोशिश की, अधिवक्ता की सजगता से फिर पकड़ा गया

Chief Editor
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बिलासपुर । मंगलवार को जिला कोर्ट परिसर से हत्या के एक आरोपी ने फ़रार होने की कोशिश की । जिसे एक वकील की तत्परता से पकड़ लिया गया । आरोपी ने उस समय भागने की कोशिश की, जब उसे पेशी के लिए कचहरी में लाया गया था । इस घटना से पुलिस के इंतज़ाम पर ,सवाल उठ रहे हैं। लेकिन अधिकारिक रूप से इस मामले में पुलिस ने कुछ भी नहीं कहा है।

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मंगलवार को दोपहर करीब 1:15 पर जिला न्यायालय परिसर में उस वक्त खलबली मच गई, जब कुछ पुलिसकर्मी एनआईए कोर्ट के आरोपी को जिला न्यायालय में पेशी के लिए लेकर आए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पेशी में लाए एनआईए के आरोपी को बैरक में शिफ्ट करने के पूर्व हथकड़ी खोलकर बैरक दाखिल किया जाता है । उसी दौरान आरोपी पुलिसकर्मियों को धोखा देकर बाहर भागने का प्रयास में सफ़ल होकर बाहर भागने लगा । तब पुलिसकर्मी चिल्लाते हुए उसके पीछे भागे । रिकॉर्ड रूम के समीप अधिवक्ता रितेश शर्मा ने जब आवाज सुनकर उक्त कैदी को भागता देखकर पैर फंसाया तो आरोपी गिर गया । अधिवक्ता के साहसिक प्रयास से भागते कैदी को पकड़ने में पुलिस कर्मी सफल हो गए।

इस घटना के बाद पुलिस की ओर से कोई अधिकारिक ज़ानकारी नहीं मिल सकी है। लेकिन आपसी चर्चाओँ के बीच कई तरह के सवाल घुमडड़ रहे हैं। एन आई ए जैसे गंभीर अपराध के अपराधी को इतनी सहजता एवं सरलता से सामान्य कैदियों की तरह लापरवाही पूर्वक लाने वाले पुलिसकर्मियों पर भी सवाल उट रहे हैं। कहा जा रहा है कि ऐसे मामले को गंभीरता से लिया ज़ाना च़ाहिए जिससे भविष्य में ऐसे गंभीर अपराधों के जिम्मेदार कैदियों को लाने के दौरान पूर्ण सजगता एवं सतर्कता बरती जाए। ज्ञात हो न्यायालय परिसर में यह घटना कोई नई बात नहीं है ,इसके पूर्व भी कई बार कैदी पेशी के दौरान भागने में सफल हो चुके हैं। आज एक युवा अधिवक्ता के साहसिक प्रयास से एक गंभीर अपराध के अपराधी को पकड़ने में पुलिस सफल हो गई। जिसके लिए सभी ने उनकी सराहना भी की है।
युवक की उम्र लगभग 25 वर्ष होगी । भागने की कोशिश में पकड़े जाने के बाद युवक को न्यायालय की अनुमति से पुनः जेल दाखिल करने ले जाया गया।

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