Bastar Loksabha/कोंडागांव/ लोकसभा निर्वाचन के तहत कोंडागांव जिले में बस्तर लोकसभा क्षेत्रांतर्गत कोंडागांव विधानसभा क्षेत्र के गांवों में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के घर पहुंचकर मतदान कराया गया। मतदान दलों के घर पहुंचने पर मतदाताओं के साथ ही उनके परिजनों के चेहरे भी खिल उठे।
Bastar Loksabha/गुहाबोरण्ड के 88 वर्षीय बुजुर्ग बुधुराम नेताम अब बुढ़ापे के कारण चल फिर नहीं पाते। उनका हर कार्य घर वालों के सहयोग से पूरा होता है। उनके पुत्र ने बताया कि उनके पिता अपने मताधिकार के लिए बहुत ही जागरुक हैं तथा बुढ़ापे के बावजूद पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने मतदान केन्द्र में जाकर मतदान किया था। मतदान केन्द्र लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर है तथा उन्हें मोटर सायकल में बिठाकर ले जाना आसान कार्य नहीं है।
Bastar Loksabha/यही कारण था कि इस बार उन्होंने घर से ही मतदान की मिली सुविधा का लाभ उठाते हुए लोकतंत्र के प्रति अपने कर्तव्य का पालन किया।
जड़कोंडा के 86 फगनुराम मरकाम के पोते संदीप ने बताया कि दादाजी शारीरिक रुप से अब बहुत कमजोर हो गए हैं और कहीं आना-जाना नहीं कर सकते। उन्होंने पिछली बार विधानसभा चुनावों के दौरान भी मतदान केन्द्र जाकर मतदान करने का निर्णय लिया था, किन्तु कमजोरी के कारण नहीं जा पाए। मताधिकार के प्रति उनके उत्साह के बावजूद उनकी कमजोरी के कारण ही परिवार के सदस्यों ने इस बार उन्हें घर में ही मिली मतदान की सुविधा का उपयोग करने के लिए कहा। दादाजी के वोट डाले जाने से पूरे घरवाले खुश हैं।
केरावाही की 88 वर्षीय सोमारी नेताम कहती है कि अब उम्र के कारण शरीर कमजोर हो चुका है और चल फिर नहीं पाती। अच्छा लगा कि हम जैसे बुजुर्गों को घर में ही मतदान करने की सुविधा मिली है। मतदान दल के सदस्यों ने घर में आकर मतदान करवाया, जिससे मुझे बहुत अच्छा लगा।
यहीं की शारीरिक रुप से दिव्यांग सुशीला ने भी बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए घर में ही मिले मतदान की सुविधा के लिए सराहना करते हुए कहा कि इससे हमारे मतदान का अधिकार भी सुनिश्चित हुआ है। वे बताती हैं कि पिछली बार उन्होंने जब मतदान केन्द्र जाकर मतदान किया था, तब उनके पैरों की निशक्तता के कारण जाने में परेशानी हुई थी। अब मतदान के लिए कहीं जाने और लाईन में लगने की जरुरत नहीं पड़ी।