भूपेश बघेल नम्बर बढ़ाने उत्तरप्रदेश गए.. जाने की जरूरत ही क्या थी..पूर्व मंत्री ने बताया..गरीबों का चावल खा गयी कांग्रेस सरकार..15 सौ करोड़ चावल चोरी का लगाया आरोप.कहा.करेंगे प्रदर्शन

BHASKAR MISHRA
7 Min Read

बिलासपुर—पूर्व राजस्व मंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने प्रदेश सरकार पर गरीबों का चावल खाने का आरोप लगाया है। प्रेम प्रकाश ने पत्रकारों को बताय कि कांग्रेस सरकार ने गरीबों के पेट का दाना भी नहीं छोड़ा। करीब 15  सौ करोड़ का चावल हजम कर गयी है। भाजपा कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर इसका पुरजोर विरोध करेंगे। पूर्व मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री को अपमानित होने के लिए उत्तरप्रदेश जाने की जरूरत ही क्या थी। दरअसल भूपेश बघेल उत्तरप्रदेश विरोध प्रदर्शन करने नहीं बल्कि  राहुल सोनिया और प्रियंका गांधी के सामने नम्बर बढ़ाने गए थे।

Join Our WhatsApp Group Join Now

केन्द्र सरकार ने दिया तोहफा

                  पूर्व मंत्रेी और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेमप्रकाश पाण्डेय एक दिन प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे। उन्होने पत्रकार वार्ता कर प्रदेश कांग्रेस सरकार पर गरीबों का चावल चोरी करने का आरोप लगाया।  प्रेम प्रकाश ने कहा कि केन्द्र सरकार ने कोविड काल में देश की गरीब जनता को मुफ्त में प्रति सदस्य पांच किलो चावल देने का एलान किया है। चावल दीपावली तक हर महीने वितरित किया जाना है। लेकिन कांग्रेस सरकार ने गरीबों के चावल चोरी कर 15 सौ करोड़ रूपयों का घोटाला किया है।

चावल वितरण में घोटाला 

            पाण्डेय ने कहा कि नियमानुसार प्रत्येक गरीब परिवार को 35 किलो चावल दिया जाना है। लेकिन कांग्रेस सरकार अपनी घोषणा पत्र के खिलाफ जाते हुए परिवार के सदस्यों को 7 किलो चावल देने की वजाय 5 किलो देने लगी। एक, दो और तीन या तीन से उपर सदस्य संख्या वाले परिवारों के चावल में कटौती गयी है। एक  सदस्यीय परिवार को पांच किलो दो सदस्यी को केवल 10 किलो चावल दिया जाता है। इससे अधिक संख्या वाले परिवार को ही बस 35 किलो चावल दिया जा रहा है।

15 सौ करोड़ की चावल चोरी

                भूपेश सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व मंत्रेी ने बताया कि केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 6 महीने यानि दीपावली तक प्रत्येक गरीब परिवार के प्रत्येक सदस्यों को पांच किलो चावल देने का एलान किया है। बावजूद इसके छत्तीसगढ़ में किसी को भी अतिरिक्त पांच किलो चावल नहीं दिया जा रहा है। इस तरह प्रदेश सरकार ने एक करोड़ 385 लाख मीट्रिक टन गरीबों के चावल का घोटाला किया है। दुख की बात है कि प्रदेश कांग्रेस सरकार ने गरीबों के पेट में जाने वाले चावल को भी नहीं छोड़ा है। जनता कभी भी माफ नहीं करेगी। करीब 15 सौ करोड़ का चावल सरकार ने चोरी की है। 

             सवाल के जवाब के दौरान पाण्डेय ने कहा कि 11, 12 अक्टूबर को मुद्दे पर विधानसभा स्तर पर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। सरकार को गरीबों का चावल का हिसाब देने को मजबूर किया जाएगा। 

प्रदेश के किसान खुश..सवाल को टाला

                किसान आन्दोलन के सवाल पर पाण्डेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसान आन्दोलन में शामिल नहीं है। इसका मतलब है कि आन्दोलन में शामिल नहीं होकर प्रदेश के किसान प्रदेश सरकार की नीतियों से खुश है। सीधा जवाब देने से बचते और सवाल को टालते हुए पाण्डेय ने कहा यहां के किसान वारदाना को लेकर बहुत नाराज है। 

       सवाल दुबारा पूछे जाने से बचते हुए पाण्डेय ने बताया कि किसान वारादाना को लेकर नाराज है।

किसान बातचीत क्यों नहीं करते

         केन्द्र सरकार किसानों को कुचल रही है। काले कृषि कानून का विरोध करने वालों पर जीप चढ़ाया जा रहा है। पाण्डेय ने कहा कि ऐसा बिलकुल नहीं है। केन्द्र सरकार किसानों से बातचीत करने को तैयार है। लेकिन किसान नेता ही बात नहीं करना चाहते है। उन्हे सरकार बताना चाहिए कि कानून काला कहां से है।

लखीमपुर घटना को बताया दुखद

        लखीमपुर खीरी घटनाक्रम के सवाल पर प्रेम प्रकाश ने कहा दुखद है। मुख्यमंत्री ने घटनाक्रम को गंभीरता से लिया है। जांच का आदेश दिया गया है। मुद्दे में अब कुछ कहना ठीक नहीं होगा। क्योंकि किसान और सरकार दोनों में बातचीत हो चुकी है। मामला शांत भी हो गया है। 

     क्या केन्द्रीय राज्यमंत्री को पद से इस्तीफा देना चाहिए। पाण्डेय ने कहा कि केन्द्रीय राज्य मंत्री ने साफ जाहिर किया है कि उनका लड़का मौके पर था ही नहीं। इस्तीफा का फिर सवाल ही नहीं है। योगी सरकार ने जांच का आदेश दिया है। हमें रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए।

                    राहुल प्रियंका को लखीमपुर खीरी क्यों नहीं घुसने दिया जा रहा है। पूर्व मंत्री ने सवाल के जवाब में बताया कि कानून व्यवस्था का सबको पालन करना होता है। व्यवस्था को नियंत्रित और माहौल को शांत करने के लिए उन्हें रोका गया है।

भूपेश को जाने की जरूरत क्या थी

            क्या प्रदेश का अपमान नहीं है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लखीमपुर खीरी जाने से रोका जा रहा है। ऐसा किया जाना क्या आपको अच्छा लग रहा है। सवाल के जवाब में प्रेम प्रकाश ने बताया कि भूपेश आखिर वहां जाने ही क्यो चाहते हैं। उन्हें जाने की जरूरत भी क्या है। उन्हें अच्छा तरह पता है कि मुख्यमंत्री का प्रोटोकाल होता है। सुरक्षा व्यवस्था ज्यादा होती है। जाहिर सी बात है कि सीएम जाएंगे तो जनता को समस्या तो होगी ही।

भूपेश बघेल नम्बर बढ़ाने गए

                सच्चाई तो यह है कि भूपेश बघेल राहुल सोनिया और प्रियंका के सामने अपना नम्बर बढ़ाने गए है। यह नम्बर क्या है के सवाल को टालते हुए प्रेम प्रकाश ने कहा कि सब जानते हैं कि भूपेश बघेल वहां क्यों गए है। किसानों के समर्थन में तो बिलकुल नहीं गए है।

close