Atiq Ahmed Killed- माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और अशरफ की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई है. सूत्रों के अनुसार प्रयागराज मेडिकल कॉलेज के पास यह घटना हुई है. दोनों को ही 10 से अधिक गोली मारी गई. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए ले जाया गया था. मीडिया रिपोर्ट अनुसार पत्रकारों की भीड़ में से किसी ने अतीक अहमद और उनके भाई पर बेहद करीब से फायरिंग की. पुलिस की तरफ से अभी तक हत्याकांड पर कोई बयान नहीं जारी किया गया है.घटना के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें अतीक अहमद और उनके भाई को पत्रकारों से बात करते हुए देखा जा सकता है, तभी किसी ने सरगना के सिर पर गोली मार दी।. अगले ही पल उसके भाई को भी गोली मार दी गई.
Atiq Ahmed Killed-असादुद्दीन ओवैसी ने भी पूरे मामले को लेकर अपनी बात रखी है।ओवैसी ने कहा कि अतीक़ और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन पर हथकड़ियाँ लगी हुई थीं। JSR के नारे भी लगाये गये। दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं।जिस समाज में हत्यारे हीरो होते हैं, उस समाज में कोर्ट और इंसाफ़ के सिस्टम का क्या काम?
Atiq Ahmed Killed:घटना को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
अतीक़ और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन पर हथकड़ियाँ लगी हुई थीं। JSR के नारे भी लगाये गये। दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं।
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 15, 2023
बेटे के जनाजे में शामिल नहीं हो पाया था माफिया अतीक अहमद
अतीक अहमद ने अपने बेटे के जनाजे में शामिल होने के लिए शुक्रवार को अपने वकील के माध्यम से मजिस्ट्रेट के पास एक प्रार्थना पत्र दिया था जिस पर शनिवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में निर्णय लिया जाना था, लेकिन अदालती कार्यवाही से पहले ही शव को दफनाने की प्रक्रिया पूरी हो गई थी. असद, अतीक अहमद के पांच बेटों में तीसरे नंबर का बेटा था और उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही फरार था. अतीक का सबसे बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में निरुद्ध है, जबकि उसका उमर से छोटा बेटा अली नैनी सेंट्रल जेल में निरुद्ध है. वहीं चौथे नंबर का बेटा अहजम और सबसे छोटा बेटा अबान प्रयागराज के बाल सुधार गृह में हैं.
जानिए कैसे हुई थी उमेश पाल की हत्या?
गौरतलब है कि जनवरी 2005 में राजू पाल की ह्त्या हो गई थी. जिसके मुख्य गवाह रहे उमेशपाल को अतीक अहमद ने फ़रवरी 2006 में अगवा कर लिया था. बाद में मार पीट कर उससे गवाही न देने का हफलनामा लिखवा कर छोड़ दिया था. इस मामले में जब प्रदेश में बसपा सरकार 2007 में आई तब उमेश पाल ने जुलाई 2007 में प्रागराज के धूमनगंज थाने में अपने अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया, जिसमे लगातार सुनवाई और गवाही चल रही थी. इसी मामले में 24 फ़रवरी 2023 को अपनी आखिरी गवाही दे कर जब उमेश पाल लौट रहे थे तब उनकी ह्त्या कर दी गई.