दिल्ली।पंजाब कांग्रेस में सियासी घमासान एक बार फिर से शुरू हो गया है. 40 विधायकों के मोर्चा खोलने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही उनके मंत्रिमंडल ने भी इस्तीफा सौंप दिया. वह 20 विधायकों और अधिकतर पंजाब के सांसदों के साथ राजभवन पहुंचे हैं. इसके बाद राजभवन के बाहर से मीडिया को संबोधित करते हुए कैप्टन ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में तीसरी बार यह हुआ है. इससे वह अपमानित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुबह ही इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था और इसकी जानकारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी दे दी थी.इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ”जिस पर आलाकमान को भरोसा है, उसे पंजाब का अगला मुख्यमंत्री बनाए. मुझे ऐसा लगा कि उन्हें मुझपर भरोसा नहीं है.” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह अभी कांग्रेस में ही हैं और भविष्य में समय आने पर फैसला लेंगे. उधर, कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के विधायक दलों की शाम पांच बजे बैठक होगी और माना जा रहा है कि उसमें नए विधायक दल के नेता का चुनाव किया जा सकता है.
कैप्टन के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में भी फूट की आशंका से पूरी तरह से इनकार नहीं किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को फोन करके AICC द्वारा बिना उन्हें विश्वास में लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाए जाने पर ऐतराज दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह से पार्टी में उन्हें दरकिनार किया जाता रहा तो वो बतौर सीएम बने रहने के इच्छुक नहीं हैं.
वहीं, पंजाब में जारी सियासी घटनाक्रम पर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमला बोल रही है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि जहाज जब डूबने वाला होता है तो हिचकोले खाने लगता है. उन्होंने अंबाला में कहा कि पंजाब कांग्रेस उसी प्रकार ने हिचकोले खा रही है. इसी वजह से इनका आपसी टकराव हो रहा है.