नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress Leader Shashi Tharoor) ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) अगर चाहें तो विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act-CAA) को लेकर देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को शांत करवा सकते हैं, लेकिन उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है। चार दिवसीय केरल लिटरेचर फेस्टिवल के अंतिम दिन थरूर ने कहा, “प्रदर्शन रुक सकता है, अगर नरेंद्र मोदी और अमित शाह कहे कि हम एनआरसी का विचार छोड़ रहे हैं और एनपीआर गणना नहीं होगी और घर-घर जाकर यह नहीं पूछेंगे कि आप के माता-पिता कहां पैदा हुए और दस्तावेजी सबूत नहीं मांगेंगे।”हालांकि, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री व गृहमंत्री दोनों इस तरह का भरोसा देने के लिए तैयार नहीं हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala sitharaman)ने रविवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर कहा कि इस कानून का मकसद लोगों की जिंदगियों को बेहतर बनाने का है. इस कानून से किसी की नागरिकता छीनी नहीं जाएगी. बल्कि यह नागरिकता देने का कानून है. चेन्नई में एक सभा को संबोधित करते हुए निर्मला सीतारमण ने यह बड़ा बयान दिया.
भाजपा सांसद सौमित्र खान ने रविवार को उन सभी मशहूर हस्तियों को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का ‘‘कुत्ता’’ करार दिया जो सीएए का विरोध कर रहे हैं. लोकसभा चुनावों से पहले 2019 में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए खान ने संवाददाताओं से कहा कि संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी के बारे में तथ्यों को जानने के बावजूद प्रख्यात लोग अपना विरोध जारी रखे हुए हैं.
बांग्लादेश ने कही बड़ी बात
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि CAA और NRC भारत का आंतरिक मामला है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश शुरू से ही कहते आया है कि यह भारत का आंतरिक मामला है. इस मामले में हम हस्तक्षेप नहीं करेंगे.