बिलासपुर- पिछले बार की तरह एक बार फिर नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के तहत आने वाली एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ए ए आई ने बिलासपुर और छत्तीसगढ़ के साथ छलावा करते हुए उड़ान ५.० योजना से लाभान्वित एयरपोर्ट की सूची से बिलासपुर और जगदलपुर का नाम हटा दिया है जबकि इन दोनों जगह केवल एक एक उड़ान ही संचालित है और दोनों एयरपोर्ट अंडरसर्वेड की श्रेणी में आते है. अन्य राज्यों के ऐसे कई एयरपोर्ट इस सूची में शामिल है
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने भेद भाव का आरोप लगाते हुए कहा कि ए ए आई हमेशा से बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास में बाधक बन रही है पहले भी उसके द्वारा बिलासपुर भोपाल उड़ान को उड़ान योजना के तहत स्वीकृत होने से ३ साल के पहले बंद करने पर अलायन्स एयर कंपनी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है.
समिति ने विस्तार से बताते हुए कहा कि ए ए आई ने उड़ान योजना के मापदंडो में फेर बदल कर एक एयरपोर्ट पर सप्ताह में ७ से अधिक लैंडिंग टेकऑफ होने पर एयरपोर्ट को अंडर सेर्वेड श्रेणी से बाहर कर दिया है।
बिलासपुर एयरपोर्ट में केवल ८ लैंडिंग टेकऑफ है और व्यावहारिक रूप से एक ही फ्लाइट है वैसे ही जगदलपुर में भी केवल एक फ्लाइट संचालित है रायपुर- जगदलपुर – हैदरबाद जिसे दो फ्लाइट मान कर जगदलपुर को भी उड़ान योजना से बाहर कर दिया गया है
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह को ज्ञापन भेज नागरिक उड्डयन मंत्री से मिलवाने की मांग की है और साथ ही स्थानीय सांसद से भी अपील की है कि इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करते हुए छत्तीसगढ़ के ए ए आई के द्वारा किये जा रहे भेदभाव को समाप्त कराये.
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महाधरना आज भी जारी रहा और आगमन के क्रम से बद्री यादव, देवेंद्र सिंह, महेश दुबे, शिवा मुदलियार, रंजीत खनूजा, मनोज श्रीवास, मनोज तिवारी, राकेश शर्मा, समीर अहमद, विजय वर्मा, अनिल गुलहरे, केशव गोरख, दीपक कश्यप, संजय पिल्लै, प्रकाश बहरानी, अशोक भंडारी, रशीद बखस, संतोष पीपलवा, फागुराम निषाद, हीरा लाल कैवर्त, विजय वर्मा, हसीन अली, नरेश यादव बद्री प्रसाद कैवर्त, हर प्रसाद कैवर्त, गुनाराम सोनी के के मिश्रा,गोपाल दुबे, चंद्रप्रकाश जायसवाल, और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे.