CG News: कैसा होगा विष्णु देव का कुनबा.? दावेदारों की धड़कन तेज़

Shri Mi
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CG News/बिलासपुर।विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करके 3 दिसंबर को आये परिणाम की वजह से प्रदेश में भगवा लहर छा गई मुख्यमंत्री की रेस में कासाबेल के पंच ने बाजी मारी और सारे दावेदारों को पीछे छोड़ते हुए मुख्यमंत्री का तमगा हासिल किया।

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उधर पार्टी ने भूपेश मॉडल से सीख लेते हुए भविष्य में संभावित टकराहट को जड़ से खत्म कर देने के लिए दो डिप्टी सीएम की भी घोषणा कर दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य अतिथि में आखिरकार 13 दिसंबर को छत्तीसगढ़ में 9 मिनट के संक्षिप्त शपथ समारोह में नई सरकार को आकार दिया गया। 

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष का पद स्वीकारते हुए संगठन का उपहार समझ संगठन की लाइन पर चलते हुए आला कमान के निर्देशों का पालन किया। क्योकि अपनी अलग लकीर मोदी और शाह के युग में खींचना तो दूर सोचना भी संभव नहीं है..!

प्रदेश के इतिहास एक और तारीख जुड़ गई । विश्व आदिवासी दिवस को राजनीतिक वनवास में भेजे गए विष्णु देव शहीद वीर नारायण की शहादत दिवस 10 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री घोषित किए गए। 

वहीं सरकार बनाने का रंग पूरा नही चढ़ा 

प्रदेश का कोई ऐसा चौक चौराहा यह ऐसी चौपाल नहीं होगी जहां मंत्रिमंडल के गठन की बातें सुर्खियों में न हो.. ! 13 दिसंबर को नए सूट कुर्ते पजामे सिला कर शपथ ग्रहण में दावेदार तो पहुंचे लेकिन नंबर नहीं लगा केवल मुख्यमंत्री समेत दो विधायकों को डिप्टी सीएम की 9 मिनट में शपथ ग्रहण समारोह पूरा कर लिया गया।

प्रदेश के कोने-कोने से लाखों समर्थक हर घंटे रायपुर में उड़ते विशेष विमान को देखते रहे देर शाम तक मंत्री पद के दावेदारों के चेहरे का रंग उड़ता बनता देखा नहीं जा रहा था। बुझे हुए चेहरे लिए अधिकंश समर्थक घर वापस निकले ही थे कि देर शाम राज्यपाल के छुट्टी पर जाने की खबरें वायरल होने लगी। तो चर्चाओ में आया मल मास जो 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है।

इसलिए सम्बंधित दस दावेदारो की धड़कने तेज हो गई है। और उनके समर्थकों की बैचनी भी भांति भांति की प्रतिक्रियाओं के रूप में चर्चाओ में सामने आती रही है। लेकिन मंत्रिमंडल के विस्तार में इंतजार करने की ही बात सामने आई है दरअसल सारा मामला नए और पुराने के बीच कौन बनेगा मंत्री की दौड़ में फंसा हुआ है।

 सूत्र बताते हैं सब कुछ तय हो चुका था लेकिन एन टाइम पर दिल्ली वाले नाराज हो गए ..! अब कोई ऐसा फार्मूला ढूंढा जा रहा है जिसमें नव निर्वाचित विधायकों के साथ कुछ पुराने चेहरों को भी मंत्रिमंडल में लेकर विष्नु एक्सप्रेस को कागजो से निकाल कर विकास की गाड़ी का डबल इंजन लगाकर उसे पटरी पर दौड़ सके । 

ऐसा भी संभव है कि बाबा गुरु घासीदास की जयंती के दिन छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार अपने पूर्ण स्वरूप में दिखाई पड़ेगी। 

बाजार में जारी चर्चा के अनुसार 

प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया के समान ही निर्वाचित विधायकों में पुराने अनुभवी नेताओं और नए ऊर्जावान विधायको को विष्णु मंत्रिमंडल लिए जाने की मंत्रणा जारी है।

लेकिन ताजा हालात को देख कर यकीनन यह भी कहा जा रहा है कि विभागों को लेकर सहमति नही बनने पर पुराने धुरंधरों को छोड़कर मंत्रिमंडल में पूरे सदस्य नए भी हो सकते हैं। जिसकी झलक शपथ ग्रहण दिखाई दी है।

 बहरहाल पुराने चेहरों में बृजमोहन अग्रवाल, राम विचार नेताम, अमर अग्रवाल,केदार कश्यप,रेणुका सिंह,लता उसेंडी, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर को पार्टी में स्थिति लोकप्रियता, विभागों की कार्य क्षमता, राजनीतिक समीकरण लोकसभा वार और भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर इन पुराने प्रमुख चेहरों को शामिल भी किया जा सकता है।

इसके अलावा नए चेहरों में ओपी चौधरी,  डोमनलाल कोर्सेसवाडा, अनुज शर्मा या पुरन्दर मिश्रा में से भी कोई एक भी हो सकता है।

सूत्रों की माने तो परिस्थिति कुछ ऐसी सुनाई दी है कि धरम लाल कौशिक या पुन्नूलाल मोहले को विधानसभा उपाध्यक्ष और या इनमें से किसी एक को बाकी के बड़े नेताओ के साथ पार्टी की ओर से कोई बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की भी चर्चा है।ताकि पार्टी बड़े चेहरों को और भी तराश कर निखार सके। 

इन सारे धटना क्रम और कयासों के बीच केंद्र के सिंगल इंजन को छत्तीसगढ़ के दूसरे इंजन को जोड़ कर ड्राइविंग सीट में बैठे मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी दोनों उपमुख्यमंत्री ने कैबिनेट की पहली बैठक आयोजित की जिसमे प्रधानमंत्री आवास 18 लाख प्रधानमंत्री आवास शुरू करने घोषणा कर दी गई है।

इधर खबर आई कि इस चुनाव में सबसे चर्चित महादेव के एक बड़े खिलाड़ी रवि उप्पल को पकड़ कर छत्तीसगढ़ लाया जा रहा है।वही सरकार की ओर से सुशासन का रोड मैप बनाने के लिए एक सप्ताह ब्यूरोक्रेसी को दिया गया है।

जाती बिराती की बेला में बहुत से बहुत से विभाग प्रमुख काम में लग गए हैं।वही लूप लाइन में रहे बहुत से ब्यूरोक्रेट सुशासन के नए रोड मैप का स्ट्रक्चर लेकर दूसरी बार सौजन्य मुलाकात के बहाने मिलने पहुंचे रहे हैं। पर सारे घटना क्रम में चर्चा मंत्रिमंडल के चेहरे इसके विस्तार की ही अधिक है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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