वरिष्ठ IPS उमेश मिश्रा को प्रदेश का नया DGP बनाया गया है. 3 नवंबर को DGP एमएल लाठर रिटायर हो रहे हैं, जिसके बाद में उमेश मिश्रा कार्यभार ग्रहण करेंगे. IPS उमेश मिश्रा को दो साल के लिए प्रदेश डीजीपी का कार्यभार सौंपा गया है. उमेश मिश्रा 1989 बैच के IPS अधिकारी हैं. वरीयता के क्रम में भी अगले महीने IPS अधिकारी बीएल सोनी के रिटायर होने के बाद में उमेश मिश्रा ही पुलिस बेड़े में वरिष्ठ अधिकारी रहेंगे.
इसी बात को आधार मानते हुए पुलिस बेड़े के वरिष्ठ अधिकारी को प्रदेश पुलिस के मुखिया के तौर पर कमान सौंपी गई है. वहीं, इंटेलिजेंस की कमान संभालने के चलते उमेश मिश्रा सरकार के भी नजदीकी थे.
DGP के नाम की घोषणा से पहले तीन वरिष्ठ आईपीएस अफसरों के नाम राज्य के नए पुलिस महानिदेशक के तौर पर दौड़ में शामिल थे, उनमें भूपेंद्र दक, उमेश मिश्रा और यू आर साहू के नाम चर्चा में थे. यू आर साहू जहां 88 बैच के आईपीएस अफसर है, तो वहीं भूपेंद्र दक और उमेश मिश्रा 89 बैच के आईपीएस अफसर हैं.
उमेश मिश्रा फिलहाल पुलिस महानिदेशक इंटेलिजेंस के पद पर कार्यरत हैं. मिश्रा गहलोत के पसंदीदा अधिकारी भी हैं, ये राजस्थान के चूरू, भरतपुर और पाली के एसपी रह चुके हैं. उमेश मिश्रा का गिनती तेज तर्रार और निडर आईपीएस के तौर पर की जाती है. उमेश मिश्रा ने डीजी इंटेलिजेंस रहते हुए सेना में पाक के लिए जासूसी करने वाले सैन्यकर्मियों को भंड़ाफोड़ किया था.