पोर्टर की नौकरी के लिए 6 लाख का इकरारनामा…फरार आरोपी कोरबा से गिरफ्तार… आठ लाख में हुआ था नौकरी का सौदा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- पुलिस टीम ने नौकरी के नाम पर 6 लाख रूपयों की ठगी के फरार आरोपी को धर दबोचा है। आरोपी रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पिछले 6 महीनों से फरार चल रहा था। आरोपी ने पीड़ित से 6 लाख रूपये में दो महीने के अन्दर रेलवे में पोर्टर की नौकरी लगाने का वादा किया था। मामले में आरोपी ने इकरार नामा भी किया था। नौकरी नहीं लगने और रूपये नहीं लौटाने की सूरत में पीड़ित ने अपराध दर्ज कराया। पुलिस टीम ने कोरबा से आरोपी को आईपीसी की धारा 420 के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय के हवाले किया है। पकड़े गए आरोपी का नाम पटेल मोहल्ला तोरवा निवासी अभिषेक पटेल है। 
सरकन्डा थाना प्रभारी फैजूल होदा शाह नेन बताया कि अशोक नगर निवासी अश्वनी कुमार द्विवेदी ने ठगी का अपराध थाना पहुंचकर दर्ज कराया। अश्वनी ने बताया कि वह जमीन खरीदी बिक्री का काम करता है। इसी दौरान तोरवा निवासी अभिषेक पटेल से जान पहचान हुई। बातों ही बातों में एक दिन अभिषेक पटेल ने बताया कि उसका एक रिश्तेदार बिलासपुर रेलवे जोन में उच्च पद कार्यरत है। यदि वह चांहें तो उनके पुत्र अमन द्विवेदी को पोर्टर की नौकरी दिलवा सकता हूं। लेकिन इसके लिए 8 लाख रूपये खर्च करनें होंगे। 
अश्वनी ने बताया कि किसी तरह बात 6 लाख रूपये में बन गयी। साथ ही वादा किया कि 2 लाख रूपये नौकरी मिलने के बाद दूंगा। अश्वनी द्विवेदी ने बताया कि कर्ज लेकर अभिषेक पटेल को 6 लाख रूपये डीएलएस कालेज के पास अशोक नगर में दिया। दोनो के बीच लिखित में इकरारनामा भी हुआ कि 2 माह में नौकरी नहीं मिलने पर 6 लाख रूपये लौटा देगा।
अश्वनी के अनुसार दो महीना बीत जाने के बाद भी आरोपी ने ना तो नौकरी पर लगाया और ना ही 6 लाख रूपए ही लौटाय। फैजूदल होदा ने बताया कि मामले को विवेचना में लिया गया। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 का अपराध दर्ज पतासाजी शुरू हुई। छनबीन के दौरान जानकारी मिली कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी फरार चल रहा है। 
इसी बीच मुखबीर और साइबर के सहयोग से जानकारी मिली कि फरार आरोपी अभिषेक पटले कोरबा – जांजगीर और अपने घर तोरवा में गुपचुप तरीके से आना-जाना कर रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर आरोपी को घेराबन्दी कर कोरबा जिले से विधिवत् गिरफ्तार किया गया है।
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