सूरजपुर।मोहब्बत का अगर दावा है तो इस को बचाओ तुम ,जो वादा कल किया था आज वो वादा निभाओ तुम…! इन चंद पंक्तियों से प्रदेश के सहायक शिक्षक और राज्य सरकार दोनों सरोकार रखते है। भूपेश सरकार को वादा याद दिलाने और हक मांगने के लिए छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन 12 मार्च को अपनी एक सूत्री मांग वेतन् विसंगति को लेकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे इसी कड़ी मे फेडरेशन की जिला इकाई सूरजपुर,बलरामपुर,जशपुर,सरगुजा, कोरिया, के समस्त सहायक शिक्षक राजधानी प्रस्थान कर चुके है। जानकारी देते हुए फेडरेशन के सरगुजा संभाग प्रभारी निर्मल भट्टाचार्य ने बताया कि सहायक शिक्षकों में भारी आक्रोशव्याप्त है। अपने हक को याद दिलाने के लिए प्रांतीय निर्देश पर 12 मार्च को पूरे छत्तीसगढ़ के सहायक शिक्षक भारी संख्या में राजधानी में एकत्र होंगे ।
जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि वर्तमान राज्य सरकार के तीन बजट अब तक पेश हो चुके है। पर प्रदेश के सहायक शिक्षको की प्रमुख माँगो पर अब तक कोई ठोस निर्णय नही लिया गया जबकि कांग्रेस के जन घोषणा पत्र और हाल ही में राजधानी के बूढ़ा तालाब में वेतन विसंगति दूर करने हेतु धरना प्रदर्शन किया गया था तब भी शासन के द्वारा वेतन विसंगति दूर करने की बात भी कही गई थी।
मनीष ने बताया कि सहायक शिक्षक 23 वर्षों से एक ही पद में कार्यरत है ,संविलयन के उपरांत हमारी पूर्वसेवा को शून्य कर दिया गया जिसका सबसे ज्यादा नुकसान सहायक शिक्षकों को उठाना पड़ रहा है। विगत 3 वर्षो से वेतन विसंगति को लेकर शासन प्रशासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है।सचिव स्तर पर वार्ता हुई,मुख्यमंत्रीजी से भी भेंट किया गया किंतु केवल आश्वाशन ही प्राप्त हुआ।जबकि चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री ने स्वयं यह बात स्वीकारी थी की सांविलयन मे सहायक शिक्षकों के साथ धोखा हुआ। अब तक शासन द्वारा 3 बजट प्रस्तुत हो चुके हैं पर हमारी मांगों पर कोई पहल नहीं हुआ है। शासन के द्वारा हमारे मांग के प्रति उदासीनता के चलते 12 मार्च को प्रदेश भर के 1 लाख 9 हजार सहायक शिक्षक बूढ़ातालाब रायपुर धरना स्थल से मार्च करते मुख्यमंत्री निवास तक जाकर घेराव करेंगे साथ ही अपनी मांगों के सम्बंध में सीएम को मांगपत्र सौपेंगे।