रायगढ़। उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के गांव में हुई नकल के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जांच के बाद परीक्षा सेंटर इंचार्ज सहित चार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। टीईटी की यह परीक्षा 18 सितंबर को हुयी थी, जिसमें नंदेली में बड़े पैमाने पर नकल की शिकायत के बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दिये थे।जिला शिक्षा अधिकारी आदित्य ने इस मामले की जांच की और शिकायत को सही पाया। जांच के दौरान पता चला कि एक लडक़ी को नकल कराने में केंद्राध्यक्ष एवं पर्यवेक्षक, शिक्षिका, टेट परीक्षा पास कर चुका भूतपूर्व छात्र शामिल थे जांच रिपोर्ट कलेक्टर रानू साहू को सौंपी गयी है, इसमें सेंटर इंचार्ज उमेश साव का इंक्रीमेंट रोकने, पर्यवेक्षक राजेंद्र पटेल और एक शिक्षिका को निलंबित करने, महिला परीक्षार्थी का परीक्षा परिणाम रोकने और पूर्व छात्र भुवनेश्वर चौधरी का पुराना रिजल्ट रद्द करवाने की अनुशंसा की गई है। इसमें से एक शिक्षिका जशपुर जिले की हैं, जिसके लिए जशपुर कलेक्टर से उसे निलंबित करने अनुशंसा की जाएगी।
इस मामले की 20 सितंबर को रायगढ़ कलेक्टर के पास युवकों ने शिकायत करते हुये नंदेली गांव में टेट परीक्षा में नकल करायें जाने की शिकायत की थी। मामला उच्च शिक्षा मंत्री के गांव का था, इसलिए कलेक्टर ने तत्काल जांच के आदेश देते हुये जांच समिति का गठन कर दिया था।छात्रों ने बताया कि नकल कराने के लिए भुवनेश्वर चौधरी पहले नकल तैयार कर पानी पीने के बहाने बाहर जाता और पर्ची शिक्षिका को देता, इसके बाद शिक्षिका नकल की पर्ची लडक़ी को लाकर देती, इस तरह से दोनों पालियों में नकल का पूरा खेल चला, जिसे बाकी शिक्षक व पर्यवेक्षक मूकदर्शक बने देखते रहे। उन्होंने कोई विरोध नहीं किया।शिकायत करने वालों ने आरोप लगाया कि उन्हें पुलिस द्वारा केस बना कर फंसाने की धमकी भी दी गई थी।