सभी CDPO, सुपरवाइजर व स्वास्थ्य अधिकारी को मुख्यालय में रहने के दिए निर्देश

Shri Mi
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रायगढ़/ कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्ट्रोरेट सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त बैठक ली। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा की जिले में एनीमिया एवं कुपोषण को कम करने की दिशा में स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग दोनों बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें, जिससे जिले में कुपोषण और एनीमिया को न्यूनतम दर में लाया जा सके। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्दर यादव भी उपस्थित रहे।

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कलेक्टर श्री सिन्हा ने महिला बाल विकास की समीक्षा करते हुए कुपोषण, एनआरसी, वजन त्यौहार जैसे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी ली। विभागीय अधिकारी ने परियोजना वार कुपोषण दर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चे को एनआरसी में भर्ती किया जा रहा है।

इसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में वजन त्यौहार के माध्यम से कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन किया जाता है। इस दौरान कुपोषित बच्चों को एनआरसी भेजकर लाभान्वित किया गया।

कलेक्टर सिन्हा ने कहा की जिन बच्चे में स्वास्थ्य सुधार नहीं हो रहे है, उन्हे चिकित्सकीय जांच करें, ताकि उनके गंभीर बीमारी का पता चल सके और उनका सही समय पर इलाज सुनिश्चित किया जा सके। विभागीय अधिकारी ने बताया कि बाल संदर्भ योजना अंतर्गत 10 परियोजना में 147 शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें 4 हजार से अधिक बच्चों को लाभान्वित किया गया हैं।

कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा की एनिमिक, गर्भवती महिला, कुपोषित बच्चे को ट्रेस करते हुए उनका स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित करें। विभागीय अधिकारी ने बताया कि विभाग द्वारा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत गर्म भोजन एवं अंडा प्रदाय किया जा रहा है।

इस दौरान कलेक्टर श्री सिन्हा ने सुरक्षित प्रसव पर कहा कि हमें शिशु एवं मातृत्व मृत्यु दर पर फोकस कर कार्य करना चाहिए, जिसके लिए गर्भवती महिला का 10 से 15 दिनों में स्वास्थ्यगत जानकारी लेते रहे, ताकि समय रहते उनको संस्थागत प्रसव उपलब्ध कर जच्चा-बच्चा को सुरक्षित कर सके। इस दौरान कलेक्टर श्री सिन्हा ने जिले में शिशु मृत्यु दर पर समीक्षा के दौरान घरघोड़ा सीडीपीओ के द्वारा मृत शिशु के संबंध में विस्तृत जानकारी नही दिए जाने पर विभागीय अधिकारी को घरघोड़ा सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने एवं वेतन वृद्धि रोकने संबंधी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

इसी क्रम में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले के दूरस्थ अंचल में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हमारी पहली प्राथमिकता है, जिससे ग्रामीण अंचल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों को मिल सके। इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल की बीमारी अथवा गंभीर रूप से प्रभावित बच्चों को चिरायु टीम को दिखाना सुनिश्चित करें, ताकि उसका बेहतर इलाज हो सके।

उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सात ग्राम से कम हिमोग्लोबिन वाली महिलाओं को ट्रेस करने के निर्देश देते हुए कहा कि हमारे पास पर्याप्त सुविधाएं है, इसलिए कोई भी गर्भवती महिला संस्थागत प्रसव से नही छूटनी चाहिए।

इसके लिए गर्भवती महिलाओं को चिन्हांकित कर उनकी डिलीवरी प्वाइंट सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि सुरक्षित प्रसव कराया जा सके। उन्होंने महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि दूरस्थ इलाके लैलूंगा, धरमजयगढ़, कापू व छाल जैसे स्थानों के गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर स्वास्थ्य जांच हेतु चाइल्ड स्पेशलिस्ट भेजने के निर्देश दिए, ताकि उनकी जांच पश्चात इलाज सुनिश्चित किया जा सके।

कलेक्टर श्री सिन्हा ने जिले के परिवारों के सम्पूर्ण स्वास्थ्य जांच हेतु परिवार स्वास्थ्य कार्ड के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए, जिसके माध्यम से प्रत्येक परिवार के सदस्यों का आसानी से स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के साथ जांच किया जा सके। इस दौरान उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने बीएमओ को आंगनबाड़ी विजिट करने के साथ ही एनीमिक व गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच के निर्देश दिए।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिनों की ले संयुक्त बैठक
कलेक्टर श्री सिन्हा ने महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया की आगामी दिनों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिनों की संयुक्त बैठक ली जाए। जिसके समन्वय के फलस्वरूप ग्रामीण अंचल में गर्भवती, एनीमिक महिला एवं कुपोषित बच्चों को बेहतर तरीके से ट्रेस करते गृह भेंट किया जा सके। उन्होंने उक्त बैठक में विभागीय अधिकारियों को उपस्थित रहने के निर्देश दिए।
मौसमी बीमारियों की दवाई व एंटीवेनम का रखें पर्याप्त भंडारण
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा की आगामी बारिश के मद्देनजर सर्पदंश एवं मौसमी बीमारियों के केस बढऩे की संभावना बनी रहती है। जिसके लिए पर्याप्त मात्रा में दवाईयों के साथ ही सर्पदंश से बचाव हेतु एंटीवेनम का भंडारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सीडीपीओ, सुपरवाइजर एवं स्वास्थ्य कर्मी रहें मुख्यालय में
कलेक्टर श्री सिन्हा ने सभी सीडीपीओ, सुपरवाइजर एवं स्वास्थ्य कर्मियों को अपने मुख्यालय में निवास करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूल खुलने के पश्चात सभी सीडीपीओ एवं सुपरवाइजर को स्कूलों में 14 वर्ष से अधिक उम्र की बालिकाओं को हाइजिन के संबंध में जानकारी देने निर्देश दिए।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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