जनगायक लालजी ने कहा..अनुमति नही मिलने से कलाकार आत्महत्या और वाद्ययंत्र बेचने को मजबूर .कलाप्रिय मुखिया के राज में भूख मिटाना मुश्किल

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—छत्तीसगढ़ लोक कलाकारों ने जिला प्रशासन के सामने परिवार पालने के लिए मंचीय कार्यक्रम संचालन की अनुमति दिए जाने की मांग की है। छत्तीसगढ़ प्रदेश लोक कलाकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष लालजी श्रीवास ने बताया कि कोरोना ने कलाकारों का जीना मुश्किल कर दिया है। कोरोना तो लगभग खत्म हो गया..लेकिन प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने के कारण मंचीय कार्यक्रम पूरी तरह से बंद है। जिसके चलते परिवार का पेट पालना मुश्किल हो गया है।

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                                   प्रदेश के जाने माने लोक गायक लालजी श्रीवास की अगुवाई में कलाकारों की टीम जिला कार्यालय पहुंचकर न्याय की मांग की है। लालजी श्रीवास समेत सभी कलाकारों ने सिटी मजिस्ट्रेट को लिखित प्रार्थना पत्र देकर मंचीय कार्यक्रमों की अनुमति दिए जाने की मांग की है।

             लालजी श्रीवास ने बताया कि कोरोना काल में सबसे ज्यादा पीड़ा लोक कलाकारों को भोगना पड़ा है। अब जबकि कोरोना का प्रभाव कम हो चुका है। सभी प्रकार की गतिविधियों में छूट मिल गयी है। लेकिन लोक कलाकारों को अभी तक राहत नहीं मिली है। लालजी ने कहा कि अभी तक शासन स्तर पर लोक कलाकारों को सांस्कृतिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं दिया गया है। जिसके चलते मंचीय कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा रहा है। ना ही कलाकारों को शासन स्तर पर किसी प्रकार का सहयोग ही मिल रहा है। 

             लालजी ने बताया कि ग्राम से लेकर शहर तक गणेश दुर्गा दशहरा दीपावली उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। लेकिन शासन स्तर से छूट नहीं मिलने से कलाकारों को सीधा नुकसान है। हमारी मांग है कि जिस तरह सबको छूट दी गयी है उतनी राहत लोक कलाकारों को भी दी जाए। ताकि परिवार का भरण पोषण में आसानी हो।

                         कलाकारों ने जिला प्रशासन को बताया कि कार्यक्रम की अनुमति नहीं होने से लोक कलाकार आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं। कोई वाद्ययंत्र बेच रहा है तो कोई मजदूरी करने को मजबूर है। जबकि हम सभी लोग जानते हैं कि प्रदेश के मुखिया को छत्तीसगढ़ लोक कला संस्कृति से बहुत प्यार है। बावजूद इसके सीएम भूपेश के शासन में कलाकार दर दर ठोकर खाने को मजबूर है।

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