लखनऊ।यूपी के लखीमपुर खीरी में हुए बवाल के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा देर रात लखनऊ पहुंचीं. इस दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़प भी हो गई. लमीखपुर खीरी जाने की तैयारी कर रहीं प्रियंका गांधी को लखनऊ में ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया था. यूपी पुलिस ने प्रियंका गांधी को लखीमपुर जाने से रोक दिया, जिसके बाद वह पैदल ही आवास से बाहर निकल गईं और लखीमपुर जाने की तैयारी करने लगीं. पुलिस ने उन्हें कौल हाउस में ही रहने के लिए कहा था. पुलिस से हुई झड़प के बाद प्रियंका गांधी देर रात लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गईं. इसके अलावा, बीएसपी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा को भी लखनऊ में ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया. मिश्रा भी लखीमपुर खीरी जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन पुलिस वालों ने उन्हें रोक दिया.
लखीमपुर के तिकुनिया इलाके में रविवार दोपहर को किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच में हिंसक झड़प हो गई. इसमें अब तक कुल आठ लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. दरअसल, यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब लखीमपुर खीरी में डिप्टी सीएम बीजेपी नेता आशीष मिश्रा रिसीव करने के लिए जा रहे थे. इसी दौरान भिड़ंत शुरू हो गई. मारे गए लोगों में चार किसान और चार बीजेपी कार्यकर्ता हैं.
जिस तरह से इस देश में किसान को कुचला जा रहा है, उसके लिए लफ्ज़ ही नहीं हैं।
— Congress (@INCIndia) October 3, 2021
आज जो हुआ, वो दिखाता है कि ये सरकार किसानों को कुचलने और खत्म करने की राजनीति कर रही है।
ये देश किसानों का देश है, भाजपाई विचारधारा की जागीर नहीं है : श्रीमती @priyankagandhi#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/Ov8lD7tepA
विवाद बढ़ने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत अनेक विपक्षी दलों के नेताओं ने राज्य व केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. सोमवार को अखिलेश यादव समेत कई नेता लखीमपुर खीरी के दौरे पर भी जा रहे हैं. इस बीच, प्रियंका गांधी रविवार देर रात ही लखनऊ पहुंचकर लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होने लगीं.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने घटना को लेकर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने ट्वीट किया, ”बीजेपी देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएंगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका. यह किसानों का देश है, बीजेपी की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है. किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी.