नई दिल्ली। जल्दी ही केंद्रीय मंत्री मंडल के विस्तार और पुनर्गठन के संकेत मिल रहे हैं। जिसमें 20 नए चेहरे शामिल किए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। जो नाम शामिल हो सकते हैं ,उनमें देश के अलग-अलग राज्यों के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम के साथ छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का नाम भी शामिल बताया जा रहा है। मंत्रिमंडल में कैबिनेट में डॉ.रमन सिंह के शामिल होने की अटकलें राजधानी में लगाई जा रही हैं। मंगलवार को दिन भर समाचार माध्यमों में यह खबर सुर्खियों में रही कि जल्दी ही केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार और पुनर्गठन हो सकता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसी हफ्ते को फेरबदल हो सकता है।
इसके साथ ही मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए चेहरों को लेकर भी चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। केंद्र सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद्र गहलोत भी उन नेताओं में शामिल हैं ,जिन्हें मंगलवार को राज्यपाल बनाए जाने का ऐलान किया गया। उधर राजग के सांसदों को इस हफ्ते राजधानी में रहने का मैसेज दिया गया है। इससे अटकलें और तेज हो गई हैं। जैसा कि मालूम है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में 30 मई 2019 को 57 मंत्री शामिल किए गए थे। लेकिन अब 53 मंत्री रह गए हैं। 30 मई 2019 को कैबिनेट मंत्रिमंडल में 24 कैबिनेट, 9 स्वतंत्र प्रभार और 24 राज्य मंत्री शामिल किए गए थे।
इसके बाद के घटनाक्रम में शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल ने एनडीए से नाता तोड़ लिया। जिससे दो मंत्री कम हुए। इसके बाद लोजपा नेता रामविलास पासवान के निधन के बाद भी कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 21 रह गई है। इस बीच रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी की मृत्यु हुई। अब थावरचंद गहलोत को राज्यपाल बनाए जाने के बाद मंत्रिमंडल में कुल मंत्रियों की संख्या 52 हो जाएगी। राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि नियम के मुताबिक सेंट्रल केबिनेट में मंत्रियों की संख्या अधिकतम संख्या 81 हो सकती है। ऐसी स्थिति में मंत्रिमंडल में 29 नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं।
वैसे कैबिनेट में करीब 20 नए चेहरों को शामिल किए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। माना यह भी जा रहा है कि अगले साल जिन राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं वहां के सोशल इंजीनियर इंजीनियरिंग के हिसाब से नए चेहरे मंत्रिमंडल में आ सकते हैं। इसी तरह क्षेत्रीय दल के नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है। अटकलों और चर्चाओं के बीच यह बात भी सामने आ रही है कि जिन लोगों को कैबिनेट के फेरबदल और विस्तार में जगह मिल सकती है उनमें 3 राज्यों के पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं।
जिनमें असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ,उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का भी नाम लिया जा रहा है ।इनके अलावा बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ,मध्य प्रदेश के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, वरुण गांधी ,भूपेंद्र यादव ,रामशंकर कठेरिया, नारायण राणे, बैजयंत पांडा ,हिना गावित ,सुनीता दुग्गल ,रीता बहुगुणा जोशी ,जामयांग शेरिंग नामग्याल, अपना दल की अनुप्रिया पटेल, जदयू नेता आरसीपी सिंह ,ललन सिंह, संतोष कुमार जैसे कई नेताओं के नाम भी चर्चा में शामिल हैं ।अटकलों के बीच यह बात भी सामने आ रही है कि कुछ मंत्रियों को संगठन में जिम्मेदारी दी जा सकती है। जबकि ऐसे म कुछ मंत्रियों के विभाग कम हो सकते हैं जिनके पास अभी दो या उससे अधिक मंत्रालय हैं।