बिलासपुर ।जिले में नशे की व्यापकता से निजात पाने के लिए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा चलाए जा रहे निजात अभियान की निरंतर सफलता का क्रम जारी है ।
नशे के दुष्प्रभाव से अनेक लोगों के जीवन में उत्पन्न हुई आर्थिक, सामाजिक एवं स्वास्थ्य की जटिल समस्याओं से निजात पाकर बड़ा परिवर्तन होता नजर आ रहा है।
रेंज आई जी अजय यादव के नेतृत्व में जिला पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा निरंतर चलाए जा रहे निजात अभियान द्वारा शहर के 9 थानों में प्रत्येक रविवार को विभिन्न संस्थाओं एवं एन.जी.ओ की सहायता से नशे से प्रभावित एवं पीड़ित लोगों की काउंसलिंग कराई जाती है एवं उपचार हेतु निशुल्क दवाएं उपलब्ध कराकर नशे से दूर रहने में उनका सहयोग किया जाता है ।
कुछ ही महीनों में इसका निरंतर सफल परिणाम नजर आने लगा है, जिसमें समाज के विभिन्न लोगों को मुख्य धारा में नशे से निजात पाकर आने का अवसर मिल रहा है। इसकी सहायता से वह अपने जीवन में नशे से दूर होकर सफल हो रहे हैं।
इस क्रम अब तक 914 लोगों को काउंसलिंग की मदद से नशे से निजात दिलाई जा चुकी है, कुछ लोग इस अभियान की सहायता से नशे से दूर हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त पुनर्वास में भी उनको पुलिस द्वारा हर संभव मदद की जा रही है।
क्रम में सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के संजय निर्मलकर जो लगातार शराब एवं गांजे का सेवन करते थे, जिससे उनके एवं परिवार के समक्ष आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई थी।
अब वह नशे से दूर होकर एक डेली नीड्स दुकान में कार्यरत है एवं नशे से पूरी तरह दूर हो चुका है। इसी तरह कोतवाली क्षेत्र में कबाड़ बीनने वाला राजू केवट जो नशीली दवाई एवं शराब का सेवन करता था, उसने कोतवाली थाना प्रभारी से संपर्क कर इससे निजात पाने हेतु मदद मांगी, जिसका डॉक्टर से स्वास्थ्य परीक्षण कर निशुल्क दवाइयां एवं उपचार उपलब्ध कराया गया।
जिसका सकारात्मक प्रभाव तीसरी काउंसलिंग के पश्चात सफल हुआ, जो व्यक्ति अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकता था, उसने एक प्रशंसनीय कार्य करते हुए 10 फीट गहरे नाले से एक व्यक्ति को अपनी जान पर खेल कर बाहर निकाल उसकी जीवन रक्षा की।
इसी तरह सिरगिट्टी का अजय साहू जो पूरी तरह नशे की गिरफ्त में था उसे निजात अभियान द्वारा डॉक्टर की मदद से नशे से निजात पाने में मदद मिली तथा वह एक छोटी दुकान खोलकर अपना परिवार चला रहा है।
ग्राम कोनी का कृष्णा जायसवाल ऑटो पार्ट्स का व्यवसाय था जो नशे के प्रभाव में था दीवारों में लिखे नशे से निजात के नारों को पढ़कर उत्साहित हुआ एवं इससे छुटकारा पाने के लिए थाने में संपर्क किया ।
जिसकी काउंसलिंग द्वारा मदद की गई आज वह अपने परिवार सहित खुशहाल जीवन जीने की ओर अग्रसर है। रतनपुर का योगेश श्रीवास छोटी उम्र से नशे के गिरफ्त में था इसकी कई बार काउंसलिंग कराई गई, आज वह नशा छोड़कर सैलून में काम कर रहा है जिससे वह एवं परिवार वाले खुश हैं तथा पुलिस का धन्यवाद कर रहे हैं।
तालापारा का एक व्यक्ति जो नशे की गिरफ्त में था, परिवार वाले उसकी नशे की आदत से परेशान थे, आज चार-पांच काउंसलिंग एवं डॉक्टर के उपचार द्वारा नशे से दूर होकर तालापारा में चाय की गुमटी लगाकर अपना जीवन यापन कर रहा है।
मिनी बस्ती का नाबालिग युवक जो पढ़ाई में बहुत ही होशियार था नशे की गिरफ्त में आकर भटक चुका था, निजात अभियान के विषय में जानकर सिविल लाइन थाना प्रभारी से संपर्क किया, जहां से उसकी निरंतर काउंसलिंग की गई एवं उपचार के बाद वह नाबालिग नशे को छोड़कर अपने पढ़ाई में लग चुका है।
इस प्रकार ऐसे अनेकों उदाहरण निजात अभियान के द्वारा नशे से विरक्त होकर सामान्य जीवन जीने की दिशा में कदम बढ़ा चुके हैं तथा नशे की एक सामाजिक बुराई निरंतर दूर हो रही है।
जानकारी विदित हो नशे से निजात पाने के लिए जिला पुलिस द्वारा इस सफल अभियान की व्यापकता एवं सार्थकता निरंतर जारी है इसका सफल परिणाम देश एवं समाज को अच्छा नागरिक देकर सफल सामाजिक जीवन से लोगों को जोड़ रहा है।