बिलासपुर । प्रदेश पंचायत सचिव संघ द्वारा पंचायत सचिवों के वर्षों पुरानी शासकीयकरण की मांग को लेकर सोमवार को नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन एवं शांतिपूर्ण मार्च निकाला गया । जो प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम जिलाधीश कार्यालय में ज्ञापन देकर समाप्त किया गया।जानकारी विदित हो कि इसके पूर्व भी संगठन द्वारा 26 दिसंबर 2020 से 23 जनवरी 2021 तक कुल 26 दिन शांतिपूर्ण आंदोलन शासन का ध्यान।कर्षण करने हेतु किया गया था। पंचायत मंत्री टी एस सिंहदेव के आश्वासन के पश्चात यह हड़ताल स्थगित की गई थी। इसके पश्चात माह दिसंबर 2021 में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शासकीयकरण की सौगात देने का वादा भी किया गया था ।
लेकिन आज 2 माह बीतने के बाद भी पंचायत सचिवों के शासकीय करण की दिशा में अभी तक कोई पहल ना होने से , प्रदेश स्तर पर आज 7 मार्च 2022 को समस्त 28 जिला मुख्यालयों में वादा निभाओ रैली निकालकर समस्त जिलाधीशों को य मुख्यमंत्री एवं पंचायत मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन के अपर मुख्य सचिव, तथा ग्रामीण विकास विभाग के नाम पर ज्ञापन सौपे गए।
इसके पश्चात आगामी 9 मार्च़ को राजधानी रायपुर में समस्त 10568 पंचायत सचिवों द्वारा विधानसभा का घेराव कर मुख्यमंत्री को शासकीय करण की 1 सूत्री मांगों के संबंध में ज्ञापन दिया जाएगा। ज्ञात हो कि इसके पूर्व कोरोना काल के दौरान अक्टूबर 2020 से आज पर्यंत 76 पंचायत सचिवों का असामयिक निधन हो चुका है । जिसमें से चार पंचायत सचिवों द्वारा कार्य के मानसिक बोझ एवं तनाव के कारण आत्महत्या को गले लगाने पर मजबूर होना पड़ा। पंचायत सचिवों को प्रावधान के अनुरूप 50000 की अनुग्रह राशि में भी 25000 की अनुग्रह राशि ही अभी तक प्राप्त हुई हैं, शेष राशि अप्राप्त है।
कोविड-19 के दौरान ग्रामीणों में सुरक्षा, कोविड-19 टीकाकरण, इत्यादि महत्वपूर्ण कार्यों का संचालन सफलता एवं जिम्मेदारी पूर्वक करने के उपरांत भी, उनकी जायज मांगों की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाने से निराशा उत्पन्न हो चुकी है।
इसके अतिरिक्त पंचायत सचिवों द्वारा गोधन योजना, नरवा, गरवा, घुरवा, गोठान निर्माण राजीव गांधी न्याय योजना के तहत धान खरीदी, मनरेगा, के कार्यों की जिम्मेदारी निष्ठा पूर्वक निभाई जाती है। इस संबंध में प्रदेश के 75 विधायकों द्वारा अनुशंसा कर माननीय मुख्यमंत्री को अग्रेषित की गई है। इस अवसर पर प्रदेश पंचायत सचिव संघ के जिला अध्यक्ष सचिन कौशिक, एवं राजकुमार श्रीवास, प्रदेश प्रवक्ता अभ्युदय तिवारी, मुकेश शुक्ला, आदि उपस्थित थे।