LOCKDOWN-कोरोना टास्‍क फोर्स की सलाह,कोरोना महामारी रोकने के लिए लॉकडाउन लगाना जरूरी: रिपोर्ट

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नई दिल्‍ली।कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है. हर दिन कोरोना के नए मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. शुक्रवार की बात करें तो कोरोना के नए मरीजों की संख्‍या ने 4 लाख के आंकड़े को भी पार कर लिया है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोविड-19 टास्‍क फोर्स के सदस्‍यों ने केंद्र सरकार से राष्‍ट्रीय लॉकडाउन लगाए जाने की अपील की है.द संडे एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक देश में इस समय कोरोना के संक्रमण में भारी उछाल देखने को मिल रही है. कोरोना की दूसरी लहर पहले से काफी खतरनाक है. कोविड-19 टास्‍क फोर्स के मुताबिक कोरोना तेजी से अपना रूप बदल रहा है, जिसके कारण कोरोना पर काबू पाना मुश्किल हो गया है. टास्‍क फोर्स ने जोर देते हुए कहा है कि अगर इसी तरह कोरोना के मामले बढ़ते रहे तो देश का स्‍वास्‍थ्‍य ढांचा पूरी तरह से टूट जाएगा. बता दें कि भारत में शनिवार को 4.01 लाख से ज्‍यादा मामले सामने आए जबकि 3,523 लोगों की मौत हो गई.

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कोविड-19 टास्क फोर्स में एम्स और आईसीएमआर जैसे प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इन अधिकारियों की कई बार बैठक हो चुकी है. इस बैठक में जो भी बात रखी जाती है उसकी जानकारी टास्क फोर्स के अध्यक्ष वी के पॉल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाते हैं.

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बता दें कि देश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 अप्रैल को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में साफ तौर पर कहा था कि हम सब लोगों को मिलकर लॉकडाउन से बचने का प्रयास करना चाहिए. उन्‍होंने कहा था कि लॉकडाउन केवल ‘अंतिम उपाय’ के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए. बता दें कि जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी ने देश का संबोधित किया था, उस दिन देश में 2,59,170 नए मामले और 1,761 नई मौतें दर्ज की थीं.कोविड -19 टास्क फोर्स पिछले कुछ हफ्तों से इस बात को बहुत आक्रामक तरीके से कहने की कोशिश कर रहा है. एक सदस्य ने कहा कि हमें देश के शीर्ष पदों पर बैठे लोगों को बताना होगा कि हमारे पास लॉकडाउन के अलावा कोई विकल्‍प नहीं बचा है.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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