Silver Investment: सोना नहीं चांदी कराएगी ‘चांदी’, निवेश का ताकतवर हथियार, कीमतें जाएंगी 1 लाख के पार!

Shri Mi
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Silver Investment: इस साल गोल्ड के साथ चांदी ने भी अपनी चमक बिखेरी है. दोनों ने इस साल 10 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देूखा है और बीते एक साल की बात करें तो 20 फीसदी का रिटर्न देखने को मिला है. अब सवाल अगले एक साल का है. इसमें भी ये कि गोल्ड आपको ज्यादा कमाई कराएगा या फिर सिल्वर. वहीं सिल्वर अगले एक साल में किस लेवल पर पहुंच सकती है. एक्सपर्ट की मानें तो अगले एक साल में गोल्ड नहीं चांदी निवेशकों की ‘चांदी’ करा सकती है.

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अगले 12 महीनों में चांदी के दाम एक लाख के लेवल को छूकर पार जा सकते हैं. इसका मतलब ये हुआ कि अगले एक साल में चांदी मौजूदा लेवल से 33 से 35 फीसदी का रिटर्न दे सकती है, जबकि गोल्ड से अगले एक साल में 13 से 15 फीसदी का ही रिटर्न मिलने की उम्मीद की जा रही है. आइए उन कारणों पर बात करते हैं जिनकी वजह से चांदी के दाम 1 लाख प्रति किलोग्राम या उसके पार पहुंच सकते हैं.

गोल्ड सिल्वर रेश्यो में गिरावट

एक्सपर्ट के मुताबिक गोल्ड सिल्वर रेश्यो में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. जिसकी वजह से चांदी के दाम में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. मौजूदा समय में दोनों कीमती मेटल्स के बीच रेश्यो 80 पर है, जोकि हिस्टोरिकली 65—75 के बीच देखने को मिला है. यह रेश्यो और भी कम होने की संभावना बन रही है. जिसकी वजह से चांदी के दाम में अगले एक साल में और भी ज्यादा इजाफा देखने को मिल सकता है और एक लाख रुपये के लेवल को सपोर्ट कर सकता है.

दुनियाभर में सिल्वर की डिमांड इंडस्ट्रीयल है. कोविड के बाद इंडस्ट्री ओपन हुई है और इसकी डिमांड में भी तेजी देखने को मिली है. भारत समेत दुनियाभर में ईवी मैन्युफैक्चरिंग में इजाफा हुआ है, देश में भी स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लग गए हैं. सोलर पैनल प्लांट में इजाफा हुआ है और भारत जैसे देशों में 5जी नेटवर्क का विस्तार हो रहा है. इन तमाम कामों में चांदी का यूज काफी ज्यादा होता है. आने वाले दिनों में जिस तरह​ से इनका काम बढ़ेगा, चांदी की डिमांड में भी इजाफा होगा.

मल्टी ईयर लो पर इंवेंट्रीज

सिल्वर की इंवेंट्रीज मल्टी ईयर लो पर आ गई हैं. मार्च के महीने में सिल्वर इन्वेंटरी में 3.7 फीसदी की गिरावट जारी है. महीने के दौरान रजिस्टर्ड इंवेंट्री में 10 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. जिसकी वजह से चांदी 34 मिलि​यन ओंस की पर आ गई जो फरवरी के मुकाबले कुछ ही ज्यादा है. अप्रैल के महीने में इसके 30 मिलियन ओंस से नीचे आने की संभावना बन गई है. एक अनुमान के अनुसार गोल्ड इंवेंट्री साल 2020 के हाई के मुकाबले इस साल के अंत ​तक 430.9 मिलियन ओंस तक नीचे गिर चुकी चुकी होगी. ऐसे में चांदी के दाम में और भी इजाफा देखने को मिलेगी.

लाइट सिल्वर ज्वेलरी की डिमांड

गोल्ड के दाम में इजाफा होने की वजह से देश में लाइट सिल्वर ज्वेलरी की डिमांड में तेजी देखने को मिल रही है. जिसकी वजह से सिल्वर के दाम में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर सिल्वर के गिफ्ट आइटम्स की डिमांड में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. सिल्वर के ट्रेंडी आइटम्स का फैशन पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है. शादी और दूसरे बड़े समारेह के अलावा बर्थडे और दूसरे मौकों पर चांदी के गिफ्ट देने का चलन बढ़ा है.

सिल्वर ईटीएफ की डिमांड

जब से देश में गोल्ड की तरह सिल्वर एक्सचेंज ट्रेडिड फंड ओपन है, तब से इसकी डिमांड में इजाफा होने लगा है. अब लोग निवेश के लिहाज से चांदी में निवेश करने लगे हैं. एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ इंवेस्टमेंट में 188 फीसदी की बढ़ोतरी होने के कारण चांदी की डिमांड 2022 में 1.242 बिलियन औंस के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई. ​सिल्वर ईटीएफ में निवेश में और भी इजाफा होने के आसार हैं.

दुनिया के बड़े बैंकों में से एक सिटी ग्रुप ने सिल्वर के आउटलुक में इजाफा किया है. सिटी ग्रुप के अनुसार अगले एक साल में सिल्वर के दाम 27 डॉलर प्रति ओंस पर जा सकते हैं. जबकि इससे पहले यह आउटलुक 25 डॉलर प्रति ओंस पर था. इसका मतलब है कि इंटरनेशनल मार्केट में चांदी के दाम में इजाफा होने के आसार हैं, जो भारत में चांदी के दाम को सपोर्ट करेगा.

एक अहम सवाल ये है कि अगले एक साल में गोल्ड और सिल्वर में से किसमें निवेश करने पर आपको ज्यादा रिटर्न मिलेगा. केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर के अनुसार गोल्ड मौजूदा लेवल से एक साल बाद 68 से 70 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच सकता है. इसका मतलब है कि गोल्ड इस दौरान निवेशकों को 13 से 15 फीसदी का रिटर्न देता हुआ दिखाई देगा. वहीं दूसरी ओर चांदी मौजूदा समय में 75 हजार के लेवल से नीचे है जिसके अगले एक साल में एक लाख रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंचने के आसार हैं. ऐसे में चांदी अगले एक साल 33 से 35 फीसदी का रिटर्न दे सकती है. अब निवेशक खुद तय कर सकते हैं कि निवेशकों को किसमें निवेश करना चाहिए.

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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