Sun Transit 2023,Surya Ka Gochar 2023।आत्मा, पिता, मान सम्मान, प्रतिष्ठा आत्मविश्वास के कारक ग्रह सूर्य अपनी वर्तमान मिथुन राशि को छोड़कर 17 जुलाई को जलतत्वीय राशि कर्क में प्रवेश कर 17 अगस्त तक इसमें रहेंगे.
कर्क राशि में सूर्य पुर्नवसु नक्षत्र के एक चरण, पुष्य नक्षत्र के चार चरण और आश्लेषा नक्षत्र के चारण में संचरण करेंगे. अग्नितत्व सूर्य का जल तत्वीय राशि कर्क में और अपनी राशि सिंह से बहारवें भाव में संचरण को बहुत अच्छा नहीं माना जाता.
फिर भी जिस लग्न और भाव में सूर्य कारक होंगे और जिनकी जन्म कुण्डली में सूर्य अच्छी स्थिति में होंगे उन जातकों के लिए लाभकारी ही सिद्ध होंगे.Sun Transit 2023,Surya Ka Gochar 2023
सूर्य के राशि परिवर्तन का फल इस बात पर निर्भर करते है कि जन्म कुण्डली में आपके सूर्य की स्थिति कैसी है. यदि जन्म कुण्डली में भी सूर्य की स्थिति खराब है और गोचरवश भी स्थिति प्रतिकूल तो प्रभाव बहुत अच्छा नहीं रहने वाला. यदि दोनों में स्थिति अच्छी तो प्रभाव बहुत अच्छा और एक में अच्छा और एक में खराब आपको इसका मिला जुला प्रभाव देखने को मिलेगा.
मेष राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर इस माह उनकी राशि से चौथे भाव में रहेगा. मेष राशि वाले जातकों के लिए सूर्य कारक ग्रह हैं और पंचमेश होकर अपने से बाहरवें में संचरण करेंगे. अग्नितत्व राशि मेष वालों के लिए जलतत्वीय राशि में चौथे भाव में सूर्य का गोचर मिलाजुला परिणाम देने वाला रहेगा.
कार्यक्षेत्र की दृष्टि से बेहतर परिणाम मिलेंगे. मन सम्मान, प्रमोशन और अधिकारियों का सहयोग मिलेगा. नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं. व्यापारियों को राजनैतिक व प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा. नए प्रोजेक्ट पर काम शुरु कर सकते हैं.Sun Transit 2023,Surya Ka Gochar 2023
मां की सेहत का रखें ख्याल
सूर्य के इस राशि परिवर्तन से मेष राशि के जातकों का उनकी मां के साथ विचारों में मतभेद और उनकी मां के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.
इसलिए इस गोचरकाल में माता के स्वास्थ्य का खयाल रखें. आप हृदय रोगी हैं तो आपको भी अपने स्वास्थ्य का खयाल रखने की जरूरत है. घर के माहौल को शांतिमय बनाए रखने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे. घर में कलह की स्थिति पैदा हो सकती है.
पंचम भाव से बहारवें में गोचर के कारण विद्यार्तियों को सफलता के अधिक मेहनत करनी होगी. मेहनत से पीछे न हटें. मित्रों और अपनों पर आंख मूद कर भरोसा न करें. निराश हाथ लग सकती है.
संतान की ओर से चिंता बढ़ सकती है. संतान को डांटने फटकारने के बजाय उसके मन की बात को समझे, उसे सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होगी. साहित्य और कला के क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. निवेश सोच समझकर करें. जल्दबाजी में किए हुए निर्णय परेशानी में डाल सकते हैं.
उपायः मां की सेवा करें, मंदिर मं गुण का दान करें.